आचार संहिता से 616 करोड़ के प्रोजेक्ट अटके

616 crores projects stop because of code of conduct effect
आचार संहिता से 616 करोड़ के प्रोजेक्ट अटके
आचार संहिता से 616 करोड़ के प्रोजेक्ट अटके

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आचार संहिता के चलते 616 करोड़ के प्रोजेक्ट अटक गए हैं। आचार संहिता से सिर्फ डीपी रोड नहीं बल्कि शहर से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रकल्पों पर ग्रहण लगा दिया है। मनपा राजस्व में अमूल्य योगदान देने वाले अनेक बाजार प्रकल्प आचार संहिता की भेंट चढ़ गए हैं बल्कि दवाखाना भी अटक गया है। विशेष यह कि सरकार में सहयोगी शिवसेना के संस्थापक बालासाहब ठाकरे का स्मारक भी मनपा आचार संहिता से पहले बना नहीं पायी। ये भी निविदा प्रक्रिया में लटक गया है। इन सभी प्रकल्पों की अनुमानित कीमत 616 करोड़ रुपए बताई गई है। 

पुनर्वसन और मुआवजा लटका
महल में अत्याधुनिक बाजार का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यहां से केलीबाग डीपी रोड भी प्रस्ताव है। इस रास्ते पर मनपा की इमारत भी है। मनपा यहां भव्य अत्याधुनिक बाजार बनाने जा रही है। नीचे बाजार और ऊपर मॉल और दुकानों का प्रस्ताव है। लगभग 42 करोड़ रुपए का यह प्रस्ताव है। किन्तु डीपी रोड के लिए उजड़ने वाले दुकानों के पुनर्वसन और मुआवजे को लेकर मामला लटका है। अब आचार संहिता तक इस मामले में कोई हल निकलने की उम्मीद कम ही है। गोकुलपेट मार्केट को लेकर भी पिछले अनेक सालों से चर्चा है। फिलहाल मनपा ने इसे नागपुर सुधार प्रन्यास को हस्तांतरित कर दिया है। 242 करोड़ रुपए का यह प्रकल्प है। भव्यता के साथ आधुनिकता यहां मिलाप होगा। योजना का डीपीआर बनकरै तैयार है। डीपीआर को मंजूरी मिलने की भी जानकारी है। फिलहाल मार्केट के लिए प्लेन टेबल सर्वे चल रहा है। 

सरकारी मंजूरी का इंतजार
सक्करदरा मार्केट को लेकर भी तैयार अंतिम चरण में है। इसका भी डीपीआर लगभग फाइनल हो चुका है। बाजार के लिए 42 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। निविदा प्रक्रिया रुकी है। अब चुनाव आचार संहिता के बाद ही निविदा प्रक्रिया को गति मिलने की संभावना है। डीक दवाखाना यह मनपा का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। करीब 100 बेड का यह अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है। धरमपेठ में प्रस्तावित इस प्रकल्प के लिए 182 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। फिलहाल मनपा से मंजूर होने के बाद इसे राज्य सरकार को भेजा गया है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद यह काम शुरू होगा। हालांकि अभी आचार संहिता की वजह से सरकार के लिए यह मंजूर करना नामुमकिन है। ऐसे में अब चुनाव होने का इंतजार करना होगा। 

ठाकरे स्मारक को गति नहीं मिल सकी
शिवसेना के संस्थापक बालासाहब ठाकरे स्मारक भी अब आचार संहिता की भेंट चढ़ गया है। रेशमबाग चौक में 8 करोड़ रुपए की लागत से यह स्मारक बनेगा। लगभग सभी प्रक्रिया पूरी हो चुका है। लेकिन निविदा प्रक्रिया अटक गई है। इसे लेकर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि केंद्र, राज्य और मनपा तीनों जगह शिवसेना, भाजपा की सहयोगी है। इसके बावजूद ठाकरे स्मारक को गति नहीं मिल सकी। 

अनेक योजनाओं पर काम जारी है 
सक्करदरा मार्केट, गोकुलपेठ मार्केट,महल मार्केट सहित डीक दवाखाना और बालासाहब ठाकरे स्मारक का प्रस्ताव मंजूर हो गया है। यह अंतिम चरण में है। कई योजनाओं की निविदा प्रक्रिया होते ही काम शुरू हो जाएगा। डिक दवाखाना का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, जबकि गोकुलपेठ मार्केट नासुप्र को हस्तांतरित किया गया है।  - संजय बंगाले, सभापति, स्थापत्य प्रकल्प समिति मनपा 
 

Created On :   13 March 2019 6:43 AM GMT

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