लाल सागर से कुछ ही दूरी पर: अदन की खाड़ी में हॉलैंड का झंडा लगे एक कार्गो जहाज पर मिसाइल से हमला, जहाज छोड़कर भागे क्रू मेबर्स

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अदन की खाड़ी में हॉलैंड का झंडा लगे एक कार्गो जहाज पर अचानक मिसाइल से हमला हुआ। हमले में चालक दल के दो सदस्य अति गंभीर से जख्मी हो गए है, वही जहाज बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। क्रू के 19 सदस्यों को एक हेलीकॉप्टर की मदद से जहाज से निकाला गया और जिबूती लाया गया। हमले का आरोप ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों पर लगा है। अदन की खाड़ी में किसी जहाज पर हुआ यह हाल के समय में सबसे गंभीर हमला है।
आपका बता दें हूती विद्रोही गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनियों के समर्थन में रेड सी में व्यापारिक जहाजों (merchant ships) को निशाना बना रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें हूती विद्रोही अब तक 100 से ज्यादा मर्चेंट जहाजों पर हमला कर चुके हैं। जिससे वैश्विक व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक हॉलैंड के जिस जहाज पर अब हमला हुआ है, उसका इजराइल से कोई संबंध नहीं है। हूती विद्रोहियों ने जहाज पर हुए मिसाइल हमले की अभी तक आधिकारिक तौर पर जिम्मेदारी नहीं ली है। जबकि फ्रांसीसी सेना के मेरीटाइम सेंटर ने दावा करते हुए कहा है कि कार्गो शिप पर हमला हूती विद्रोहियों ने किया है।
बताया जा रहा है कि जहाज पर जिस जगह हमला हुआ है, वह लाल सागर से कुछ ही दूरी पर है। हमले वाली जगह दुनिया के सबसे खास समुद्री रास्तों में से एक है। कच्चे तेल के व्यापार के लिए यह समुद्री मार्ग बेहद खास है। अदन की खाड़ी, बाब अल मंदेब जलडमरूमध्य को लाल सागर से जोड़ती है। बाब अल मंदेब जलडमरूमध्य पूर्वी अफ्रीका को अरब प्रायद्वीप से अलग करता है।
कार्गो शिप के मालिक वाली कंपनी ने जानकारी दी कि, हमले में उनके जहाज को भारी नुकसान हुआ है। क्रू के 19 सदस्यों को एक हेलीकॉप्टर की मदद से जहाज से निकाला गया और जिबूती लाया गया। क्रू के दो सदस्य अति गंभीर रूप से घायल हैं। बताया जा रहा है कि जहाज के क्रू में शामिल सदस्य फिलीपींस, रूस, श्रीलंका और यूक्रेन के निवासी हैं।
Created On :   30 Sept 2025 8:45 AM IST