Parliament Winter Session: 'लाखों वोटरों के काटे जा रहे नाम', SIR पर कम होने का नाम नहीं ले रहा बवाल, अब किसने EC को घेरा?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भीषण बवाल मचा हुआ है। विपक्ष आए दिन देश में विरोध प्रदर्शन कर एसआईआर की प्रक्रिया बंद करने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर संसद के शीतकालीन सत्र में भी यह मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच CPI सांसद पी. संदोष कुमार ने सपा सांसद राम गोपाल यादव के SIR वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए एसआईआर को गरीब वोटरों को मतदाता सूची से बाहर करने वाली प्रक्रिया करार दिया है।
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चुनाव आयोग पर कड़ा प्रहार
समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव के SIR वाले बयान पर CPI MP पी. संदोष कुमार ने रिएक्ट किया है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी पार्टी CPI का सवाल है, हमने यह साफ कर दिया है कि SIR चुनाव आयोग की एक गैर-जरूरी कोशिश है ताकि लाखों गरीब वोटरों को लिस्ट से बाहर किया जा सके। हमने चुनाव आयोग को लिखा है और उनके साथ मीटिंग बेकार हो गई हैं क्योंकि वे PM मोदी के 'मन की बात' जैसी हैं। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, और हम जल्द ही इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे।
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सपा सांसद ने क्या कहा था?
समाजवादी पार्टी के MP राम गोपाल यादव ने कहा था कि SIR की कोई जरूरत ही नहीं थी। क्या 2014 से पहले SIR हुआ था? ये सब सत्ता में बने रहने के हथकंडे हैं। मैंने ऑल पार्टी मीटिंग में भी कहा था कि अगर कोई नॉर्मल तरीके से वोट के जरिए सत्ता में आता है, तो कोई उसका विरोध नहीं करता, लेकिन अगर कोई हथकंडों से सत्ता में आता है, तो लोगों ने नेपाल और बांग्लादेश में इसके नतीजे देखे हैं।
Created On :   3 Dec 2025 12:54 PM IST












