दो मंजिला इमारत भरभराकर गिर पड़ी

amrawati in two storey building collapsed
दो मंजिला इमारत भरभराकर गिर पड़ी
अमरावती दो मंजिला इमारत भरभराकर गिर पड़ी

डिजिटल डेस्क, अमरावती।  मानसून पूर्व तैयारी करते समय मनपा प्रशासन ने शहर की जिन 44 जर्जर इमारतों को गिराने का नोटिस दिया था। उसमे शामिल गांधी चौक के आगे अंबादेवी मंदिर रोड मार्ग पर स्थित एक दो मंजिला इमारत गुरुवार 14 जुलाई को दोपहर 12 बजे धराशायी हो गई। सौभाग्य से जिस समय इमारत धराशायी हुई उसके 10 मिनट पूर्व इमारत के गिरने का अंदेशा होने के कारण दो पुलिस कर्मियों ने जर्जर इमारत के नीचे की दुकानों में खड़े लोगों को हटाया और मार्ग के दोनों ओर से निकलने वाले यातायात रोक दिया था जिससे बड़ी अनहोनी टल गई। घटना की खबर मिलते ही सांसद नवनीत राणा ने घटनास्थल को भेंट दी।

जानकारी के अनुसार गांधी चौक से अंबादेवी मंदिर की ओर जानेवाले मुख्य मार्ग पर अजमेरा डेकोरेशन की दुकान को लगकर एक जर्जर इमारत है। इस इमारत का निर्माणकार्य लगभग 60 वर्ष पूर्व का है। देशपांडे नामक व्यक्ति की इस इमारत के तलघर में दो दुकानें है। इन दुकानों की बिक्री का सौदा 20 वर्ष पूर्व हुआ है। जिसमें भूतेश्वर चौक निवासी रोशन गुप्ता का श्रीकृष्ण दुग्धालय नामक दूध डेयरी है और दूसरी दुकान न्यू गणेश काॅलोनी निवासी राहुल घेबड नामक व्यक्ति की नरेंद्र इलेक्ट्रिकल नाम से है। गुरुवार की सुबह 11 बजे राहुल घेबड और रोशन गुप्ता ने अपनी-अपनी दुकानें खोलीं और दुकान में बैठे थे। उसी समय यह जर्जर इमारत का एक कॉलम थोड़ा रास्ते की ओर झुक गया। 12 बजे के दौरान कोतवाली पुलिस थाने की मार्शल गाड़ी में इंदल राठोड और रितेश चव्हाण नामक दो कर्मचारी वहां गश्त लगा रहे थे। इमारत के कॉलम को झुकता देख उन्हें देखकर अंदेशा लगाया कि इमारत किसी भी समय ढह सकती है। उन्होंने दोनों दुकानोंं में रहनेवालेे सभी चार लोगों को तत्काल बाहर निकालकर दुकान से दूर कर दिया। उसी समय अंबादेवी मंदिर की ओर जानेवाले मार्ग के दोनों ओर की यातायात रोक दी। इन दोनों पुलिस कर्मचारियों का यह काम शुरू ही था। उसी समय दोपहर 12.10 बजे इमारत ढह गई। इमारत का सामने का हिस्सा और दूसरे माले के स्लैब मुख्य रोड पर गिर गई। सौभाग्य से उस मार्ग पर उस समय कोई भी नहीं था। अन्यथा मलबे में दबने से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। खबर मिलते ही कोतवाली पुलिस का दल और मनपा के दमकल विभाग और अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने घटनास्थल पहुंचकर रास्ते पर पड़ा मलबा हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। 

कभी भी गिर सकती हैं 44 इमारतें 
मनपा द्वारा मानसून पूर्व तैयारी के तौर पर शहर के अति जर्जर इन 44 मकानों को मई महीने मेंं नोटिस जारी किए थे उसमें गुरुवार धराशाही हुई इस इमारत का भी समावेश था। मनपा ने केवल जर्जर इमारतों को नोटिस देकर ही अपनी जिम्मेदारी निभाई थी। नियम के अनुसार दोनों दुकानदारों से उनके दुकाने खाली करवाकर यह इमारत स्वयं मनपा ने गिराना जरूरी था। इस कारण मुख्य रास्ते पर की जर्जर इमारत बारिश में अचानक ढहने के कारण परिसर के व्यापारी व नागरिकांे में मनपा प्रशासन के प्रति रोष देखा गया। 

अब बैतूका जवाब दें रहे मनपा अधिकारी
इमारत ढहने के बाद मौके पर पहुंचे मनपा के शाखा अभियंता अजय विंचुरकर ने कहा था कि जर्जर मकान मालीक को नोटिस दिया गया था। वहीं मनपा के शहर अभियंता रवि पवार से इस बाबत संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि मकान जर्जर नहीं था। बल्कि नियमों के अनुकूल नहीं था। किंतु संबंधित मकान का स्ट्रक्चरल ऑडिट हुआ क्या? इस बाबत पूछने पर रवींद्र पवार ने कहा कि 50 वर्ष पुराने सभी मकान मालिकों को स्ट्रक्चरल ऑडिट करने का नोटिस दिया गया था। लेकिन वह यह बताने से कतराए कि संबंधित मकान का स्ट्रक्चरल ऑडिट नहीं हुआ था।  

पुलिस आयुक्त के साथ पुलिस अधिकारी पहुंचे मौके पर
दिन-रात चहलपहल वाले अंबादेवी मंदिर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित जर्जर इमारत अचानक ढहने की घटना की वीडिओ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। खबर मिलते ही पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह पहुंची। कोतवाली की थानेदार नीलिमा आरज, दुय्यम थानेदार गायकवाड समेत पुलिस दल ने रास्ते के दोनों ओर बैरिकेटस लगाकर यातायात रोका। पुलिस आयुक्त ने क्षेत्र के पूर्व पार्षद अजय सारस्कर, प्रणीत सोनी तथा राष्ट्रवादी के पदाधिकारी जितेंद्र ठाकुर से चर्चा कर इमारत को लेकर समूची जानकारी लेकर पुलिस महकमे को सुरक्षा के निर्देश दिए। 
 

Created On :   15 July 2022 2:38 PM IST

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