22 उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटी में बंद , त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधान परिषद की शिक्षक निर्वाचन सीट नागपुर के चुनाव के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। भाजपा समर्थित शिक्षक परिषद के नागो गाणार के मुकाबले में महाविकास आघाड़ी समर्थित विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के सुधाकर अडबाले, शिक्षक भारती के राजेंद्र झाड़े ने प्रचार कार्य में कड़ी चुनौती देने का प्रयास किया। इनके साथ ही वंचित आघाड़ी के दीपक कुमार खोबरागडे व बसपा की नीमा रंगारी ने प्रभाव दिखाने का प्रयास किया। चुनाव में कुल 22 उम्मीदवार थे। उम्मीदवारों का भाग्य बैलेट मतपेटी में है। 2 फरवरी को मतगणना होगी। खास बात है कि इस बार मतदान काफी हुआ है। इसका लाभ किस उम्मीदवार को मिलेगा यह 2 फरवरी को ही पता चल पाएगा।
मिला-जुला वातावरण
उम्मीदवार को प्रतिसाद के लिहाज से देखा जाए तो मतदान के दिन मिला जुला वातावरण रहा। नागपुर विभाग में नागपुर सहित वर्धा, चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंदिया व भंडारा जिला शामिल है। प्रत्येक जिले में अलग अलग चुनावी वातावरण रहा। नागपुर जिले में अनेक स्थानों पर विलंब से मतदान प्रक्रिया आरंभ हुई। दोपहर में लगभग सभी केंद्रों पर भीड़ रही। शिक्षक मतदाताओं ने नाराजगी व्यक्त की। प्रशासन ने मतदान के लिए शिक्षकों को 4 घंटे का अवकाश देने का आदेश जारी किया था। फिर भी कुछ संस्थाओं ने शिक्षकों को विलंब से अवकाश दिया। इससे शिक्षक मतदाताओं को अड़चन हुई। सामान्य चुनाव के समान मतदान केंद्र पर्याप्त मतदान केंद्र नहीं होने से शिक्षक मतदाताओं को लंबी कतार में रहना पड़ा। हालांकि दोपहर में ही काफी मतदान हो चुका था। गड़चिरोली छोड़कर अन्य सभी जिलों में सुबह 8 बजे से दोपहर 4 बजे तक मतदान समय निर्धारित था। मतदान अवधि समाप्त होने के दो घंटे पहले यानी दोपहर दो बजे तक ग्रामीण क्षेत्र में पर्याप्त मतदान हुआ। नागपुर में 53 प्रतिशत, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा जिले में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। गोंदिया जिले में 57 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। बाद में मतदान जारी रहा। दोपहर 4 बजे मतदान अवधि समाप्त होने के बाद भी कुछ मतदान केंद्र पर मतदाताओं की कतार थी। उन्हें देर शाम तक मतदान करने दिया गया।
अधिक मतदान का लाभ किसको
राजनीतिक जानकारों के बीच सवाल है कि अधिक मतदान का लाभ किस उम्मीदवार को मिलेगा। सबसे अधिक मतदान चंद्रपुर व गड़चिरोली जिले में हुआ है। इन जिलाें में महाविकास आघाड़ीसमर्थित सुधाकर आडबाले ने चुनाव प्रचार के समय अधिक प्रभाव दिखाया था। इन जिलों की शिक्षा संस्थाअाें से अडबाले का सीधा संबंध रहा है। विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के माध्यम से चुनाव जीतते रहे विश्वनाथ डायगव्हाणे के समय से वे शिक्षकों के बीच कार्य कर रहे हैं। वैसे सबसे अधिक मतदाता नागपुर जिले में वह भी नागपुर शहर में हैं। नागपुर जिले का मतदान प्रतिशत भले ही कम है लेकिन गड़चिरोली,चंद्रपुर की तुलना में यहां अधिक मतदान हुआ है। नागपुर में भाजपा समर्थित गाणार व शिक्षक भारती के राजेंद्र झाड़े प्रचार कार्य में आगे थे।
Created On :   31 Jan 2023 2:12 PM IST