‘शांतिवन’ के संशोधन केंद्र का लोकार्पण स्थगित
डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों गुरुवार 13 अप्रैल को चिचोली गांव के शांतिवन परिसर स्थित संशोधन केंद्र का वर्चुअल पद्धति से लोकार्पण होना था। फिलहाल यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। यह लोकार्पण केंद्र सरकार की 17 करोड़ की निधि से बने संशोधन केंद्र का होना था। परिसर में राज्य सरकार की निधि से भी 40 करोड़ रुपए के काम हो रहे हैं। इसका कुछ काम शेष है। करीब 7 करोड़ की निधि नहीं मिलने से काम अटका था। ऐसे में अब संपूर्ण परिसर का काम पूरा होने के बाद शांतिवन परिसर स्थित संशोधन केंद्र सहित ऐतिहासिक वास्तु संग्रहालय और अन्य भवनों का प्रधानमंत्री के लोकार्पण किया जाएगा।
7 करोड़ तुरंत मंजूर : फिलहाल प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम स्थगित करने के बाद राज्य सरकार हरकत में आ गई है। जिस वजह से काम अटका था, वह दिक्कत दूर करते हुए जल्द शेष 7 करोड़ रुपए जारी करने को मंजूरी दी है। काम अटकने की मुख्य वजह, जगह की मालिकी को लेकर थी। जगह की मालिकी भारतीय बौद्ध परिषद के नाम पर है। पहले जारी जीआर अनुसार, इसे सामाजिक न्याय विभाग को हस्तांतरित करना था। फिर न्याय विभाग को इसे नागपुर सुधार प्रन्यास को हस्तांतरित करना था, जिसके बाद नागपुर सुधार प्रन्यास को विकास एजेंसी के रूप में इस पर काम करना था। मालिकी जगह को लेकर चल रहे इस विवाद का राज्य सरकार ने दूर कर दिया।
अब समस्या दूर : भारतीय बौद्ध परिषद के कोषाध्यक्ष व केंद्र के व्यवस्थापक संजय पाटील ने बताया कि राज्य सरकार ने एक जीआर जारी कर इस समस्या को दूर कर दिया है। जीआर अनुसार, अब जगह की मालिकी भारतीय बौद्ध परिषद की ही रहेगी। दो-तीन दिन में सामाजिक न्याय विभाग से शेष 7 करोड़ रुपए भी जारी हो जाएंगे, जिसके बाद अधूरा काम शुरू होगा और अगले छह महीने में प्रधानमंत्री के हाथों संपूर्ण परिसर का लोकार्पण एक साथ किया जाएगा।
Created On :   13 April 2023 11:55 AM IST