दूध वितरण कर युवाओं को दिया शराब व नशे से दूर रहने का संदेश

डिजिटल डेस्क, वर्धा । आज समाज में नशे के अधीनता को प्रतिष्ठा मिल रही है। पहले तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि वस्तुओं का छिपकर सेवन किया जाता था, लेकिन अब पिता-पुत्र मिलकर इन वस्तुओं का सेवन करते हैं। आज अनेक लोग मिलकर शराब का सेवन करते दिखाई देते हैं। एेसी परिस्थिति समाज में आज दिखाई देती है। इसमें 31 दिसंबर को सर्वाधिक प्रमाण में सामूहिक तरीके से शराब व अन्य वस्तुओं का सेवन किया जाता है। शराब पीना व नशा करना यह स्वास्थ्य व परिवार के लिए हानिकारक होने का संदेश देने के लिए महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति जिला व शहर शाखा की ओर से शहर पुलिस थाना के थानेदार बंडेवार के हाथों शहर के बजाज चौक में दूध का वितरण कर शराब व नशामुक्ति का संदेश प्रतीकात्मक स्वरूप में देकर युवा वर्ग को शराब नहीं पीने व नशा नहीं करने का आह्वान किया गया।
महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की ओर से राज्यभर में 15 से 31 दिसंबर तक नशामुक्ति पखवाड़ा प्रबोधन अभियान चलाया जाता है। साथ ही 31 दिसंबर यह दिन नशामुक्त दिन होने का प्रबोधन द्वारा समाज को एक नया संदेश देने का काम किया जाता है। शराब न पीते हुए दूध पिएं यह पर्याय देकर युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वान किया।इस समय थानेदार ने नशा करना यह गलत होकर इसके कारण शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक प्रतिष्ठा की हानि होती है। मेहनत से कमाए पैसे नशे के कारण व्यर्थ होते है। नशे के कारण अपराध, दुर्घटना, हत्या, मारपीट, पारिवारिक हिंसा एेसे होती है। इस कारण नशे से दूर रहने का आह्वान कर महाराष्ट्र अंनिस के इस उपक्रम के कारण समाज नशामुक्त होने में मदद होगी, यह आशा व्यक्त की।
इस अवसर पर समिति के राज्य प्रधान सचिव गजेंद्र सुरकार, जिलाध्यक्ष बाबाराव किटे, संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सिद्धार्थ बुटले, तहसील अध्यक्ष अरुण चवडे, जिला कार्याध्यक्ष डॉ. माधुरी झाड़े, महिला विभाग के द्वारका ईमडवार, युवा विभाग के प्रमुख प्रीतिश म्हैसकर, सहकार्यवाह निखिल जवादे, प्राचार्य डॉ. राठोड़, डॉ. हरीश पेटकर, तायडे, डॉ. मिरगे आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम की प्रस्तावना जिला पदाधिकारी सुनील ढाले ने रखी। संचालन कविता राठोड़ ने किया तथा आभार नशाबंदी मंडल के संगठिका परवीन शेख ने माना। कार्यक्रम की सफलता के लिए आनंद शंभरकर, गजाला शेख, जब्बार शेख, गजानन पखाले, संजय भगत, प्रशिक गोडघाटे, रीना जगताप, शंकर श्रीरामे, जितेंद्र गव्हाले, मोहित कांबले, रूपेश वद्य, चैतन्य धनवीजा आदि ने प्रयास किया।
Created On :   2 Jan 2023 7:02 PM IST