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पूर्णा बांध के नौ और वरुड बगाजी के खोले सात दरवाजे

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती जिले में सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश तथा मध्यप्रदेश में भी हुई जोरदार बारिश के कारण जिले के प्रकल्पों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस कारण बुधवार को भी पूर्णा प्रकल्प के 9 दरवाजे खुले रखे गए। साथ ही धामणगांव तहसील के अंजनसिंगी से 10 किमी दूरी पर स्थित निम्न वर्धा प्रकल्प (वरुड बगाजी) के 31 में से 7 दरवाजे खोले गए।
बारिश के कारण अमरावती व वर्धा जिले के सीमा पर स्थित वरुड बघाजी बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण बुधवार को 31 में से 7 दरवाजे खोले गए। विदर्भ सिंचन विकास महामंडल द्वारा बुधवार को सुबह 7 बजे दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती प्रादेशिक विभाग के बड़े व मध्यम प्रकल्प का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। पूर्णा मध्यम प्रकल्प में बुधवार को जलस्तर 449.01 मीटर हो गया है। इस प्रकल्प के 9 दरवाजे 10 सेंमी तक खोले गए हंै। इसी तरह वरुड बघाजी बांध के भी 7 दरवाजे 10 सेंमी तक खोले गए हैं। यह नजारा देखने के लिए पर्यटकोंं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अमरावती जिले के उर्ध्व वर्धा प्रकल्प में 338.98 मीटर जलस्तर हो गया है। इसके अलावा मध्यम प्रकल्प के शहानूर बांध में 437.90 मीटर, बेंबला 266.10 मीटर, चंद्रभागा 497.85 मीटर, सपन 504 मीटर, पंढरी 424.76 मीटर, गर्गा 344.10 मीटर जलस्तर हो गया है। इसके अलावा यवतमाल जिले के पुस प्रकल्प में 389.99 मीटर, अधर पुस प्रकल्प में 303.14, अडान प्रकल्प में 376.62, सायखेडा प्रकल्प में 270.97, गोकी प्रकल्प में 312.68, वाघाडी प्रकल्प में 315.10, बोरगांव प्रकल्प में 315.60 और नवरगांव प्रकल्प में 251.62 मीटर पानी जमा हो गया है।
अकोला जिले के काटेपूर्णा प्रकल्प में 342.20, वान प्रकल्प में 397.98, निर्गुणा प्रकल्प में 384.55, मोर्णा प्रकल्प में 361.70, उमा प्रकल्प में 338.80 और घुंगशी बैरेज में 357.40 मीटर जल संग्रहित होने से इस बैरेज के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं। वाशिम जिले के सोनल प्रकल्प में 448.60 और एकबुर्जी प्रकल्प में 144 मीटर जलसंग्रहण हुआ है। बुलढाणा जिले के नलगंगा प्रकल्प में 288.78, पेनटाकली प्रकल्प में 555.05, खडकपूर्णा प्रकल्प में 516.51, ज्ञानगंगा प्रकल्प में 400.40, पलढग प्रकल्प में 397.75, मस प्रकल्प में 321.85, कोराडी प्रकल्प में 544.90, मन प्रकल्प में 369.70, तोरणा प्रकल्प में 401.30 और उतावली प्रकल्प में 365.30 मीटर जल संग्रहित हुआ है। आगामी तीन दिनोंं तक अतिवृष्टि की संभावना रहने से सभी लघु व मध्यम प्रकल्पों का जलस्तर और भी तेजी से बढ़ने की संभावना जताई गई है।
Created On :   7 July 2022 2:09 PM IST