- Home
- /
- रिश्तेदारों ने भी मुंह फेरा इसलिए...
रिश्तेदारों ने भी मुंह फेरा इसलिए लिया बाल विवाह का निर्णय

डिजिटल डेस्क, अमरावती। शिक्षित समाज में भले ही बाल विवाह की कुप्रथा को नकार दिया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में आज भी बाल विवाह हो रहे हैं। हाल ही में भातकुली में चाइल्ड लाइन ने एक बाल विवाह रुकवा दिया। मामले में जब नाबालिग से पूछताछ की गई तो उसने हैरान कर देने वाला सनसनीखेज खुलासा किया। 15 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि, बचपन में ही उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। मां जगह-जगह ईंटभट्ठे पर काम करती है। आर्थिक स्थिति खराब होने से सगे रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया। ऐसे में जीवन को आगे चलाने के लिए बाल विवाह मेरी मजबूरी बन गया है। चाइल्ड लाइन को सूचना मिली थी कि, भातकुली थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय लड़की की शादी 26 वर्षीय युवक से करवाने की तैयारी है।
चाइल्ड लाइन की टीम ने सबसे पहले जिला महिला एवं बाल विकास समिति को जानकारी दी और भातकुली थाना पुलिस को पत्र लिखा। थानेदार से बाल विवाह को लेकर चर्चा की और शुक्रवार को टीम ने भातकुली तहसील के ऋणमोचन मंदिर में पहुंचकर बाल विवाह रुकवाया। कार्रवाई चाइल्ड लाइन की निदेशक डॉ. नितिन काले के मार्गदर्शन में जिला महिला व बाल विकास अधिकारी डॉ. उमेश टेकाडे, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष किरण मिश्रा, सदस्य दीपाली महाजन, सुचिता बर्वे, सारिका तेलखडे, चाइल्ड लाइन के समन्वयक अमित कपूर, काउंसलर सपना गजभिये, सदस्य मीरा राजगुरे, पंकज शिंगारे, सरिता राऊत, अजय देशमुख, शंकर वाघमारे, ऋषभ मुंडे, अभिजीत ठाकरे, सीमा भाकरे, आकाश बलवंत और भातकुली थाने के पीएसआई तायडे और ग्रामसेवक अंडाले ने की।
लड़की 15 वर्ष की और लड़का 26 वर्ष का
जानकारी के अनुसार भातकुली तहसील में ऋणमोचन के निकट एक घुमंतुओं का बेड़ा है। बेड़े की निवासी 15 वर्षीय नाबालिग के पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी। लड़की की मां अमरावती शहर में ईंटभट्ठी पर काम करती है और उसने अपने रिश्तेदार के नाबालिग को रखा था। काम की तलाश मंे नाबालिग बेटी को लेकर गांव-गांव भटकने की बजाय उसका विवाह करने का निर्णय परिजनों ने लिया और भातकुली तहसील के ही दाढीपेढी गांव के एक 26 वर्षीय युवक के साथ उसका विवाह तय किया। ऋणमोचन मंदिर में विवाह होना था, लेकिन उससे पहले ही बाल विवाह रुकवा दिया।
Created On :   11 July 2022 3:15 PM IST