बावनकुले को जो कहना है खुलेआम बोलें : देशमुख

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चंद्रशेखर बावनकुले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं। उन्हें बोलने की पूरी स्वतंत्रता है। उन्हें जो कुछ कहना है, वे खुलेआम बोलें। यह आह्वान करते हुए पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मैंने जो वर्धा के भाषण में कहा, उसका संदर्भ बावनकुले को पता नहीं है।
मेरे बयान का अलग अर्थ
वर्धा की सभा में अनिल देशमुख ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार की उपस्थिति में कहा था कि ढाई साल पहले मैंने समझौता किया होता, तो मुझे गिरफ्तार नहीं किया जाता। समझौता नहीं किया, इसलिए गिरफ्तारी हुई। इसे लेकर विवाद शुरू है। अलग-अलग तर्क लगाए जा रहे हैं। इस पर भाजपा अध्यक्ष बावनकुले ने देशमुख से भाजपा में प्रवेश बाबत सवाल किया। इसे स्पष्ट करते हुए पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि ढाई साल पहले समझौता किया होता तो गिरफ्तारी नहीं होती। इसका किसी पार्टी में जाने से कोई संबंध नहीं है। इसके अलावा कुछ और हुआ है तो उस बारे में बावनकुले खुलकर बोलें। मैंने जो कहा, बावनकुले को उसका संदर्भ नहीं पता है। उन्हें विषय पता नहीं है। हालांकि कौन-सा समझौता नहीं किया, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बोलना टाल दिया।
वैद्यकीय शिक्षण मंत्री गिरीश महाजन ने भाजपा में प्रवेश के लिए देशमुख द्वारा आग्रह करने का दावा किया था। अनिल देशमुख ने इसे बेबुनियाद बताते हुए कहा कि विरोधियों का काम आरोप लगाना है। उन्होंने कहा कि बावनकुले ने मेरे बयान का अलग अर्थ निकाला है। उन्हें विषय की जानकारी नहीं होगी, इसलिए वे कह गए। वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, बोलने से उन्हें कौन रोकेगा, यह सवाल भी देशमुख ने उपस्थित किया। मैं शरद पवार के नेतृत्व में अनेक वर्षों से काम कर रहा हूं। इस कारण भाजपा में जाने का सवाल ही उपस्थित नहीं होता। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय भाजपा में प्रवेश नहीं किया, इसलिए जान-बूझकर फंसाया गया।
क्या मैं आतंकी था? : मुंबई पर हमला करने वाले आतंकी कसाब को ऑर्थर रोड जेल की जिस बैरेक क्रमांक 12 में रखा गया था। मुझे भी उसी जगह गया था। यह बताते हुए अनिल देशमुख ने अप्रत्यक्ष रूप से आतंकी जैसा व्यवहार करने का आरोप सरकार पर लगाया है।
क्या कहा था बावनकुले ने
बावनकुले ने कहा था कि विधानसभा चुनाव के दो दिन पहले क्या हुआ, अगर यह बताया तो अनिल देशमुख दिक्कत में आ जाएंगे। फिलहाल वे जमानत पर हैं। वे नियम और शर्तों का पालन करें। अनिल देशमुख की हमें जरूरत नहीं है। उन्हें क्लीन चिट नहीं िमली है, यह वे ध्यान रखें।
Created On :   15 Feb 2023 10:11 AM IST