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पवित्र अगस्त्य पहाड़ी की दुर्गति के लिए जिम्मेदार खनिज माफिया की खैर नहीं

- एसडीएम ने कार्यवाही के लिए डीएमओ को लिखी चिटठी
डिजिटल डेस्क,सतना। चित्रकूट की पवित्र अगस्त्य पहाड़ी में अंधाधुंध अवैध उत्खनन और विधि विरुद्ध प्लाटिंग के लिए जिम्मेदार माफिया की अब खैर नहीं है। इस मामले में स्थल निरीक्षण करते हुए मझगवां के एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने जिला खनिज अधिकारी सत्येन्द्र सिंह को पत्र लिख कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है। पत्र में एसडीएम ने स्पष्ट किया है कि कामता पटवारी हल्के के रजौला की आराजी नंबर -६१ कृषि प्रयोजन से बंटन एवं व्यवस्थापन के तहत आवंटित की गई थी,मगर इस शासकीय भूमि पर न केवल प्लाटिंग की जा रही है बल्कि मौजूद खनिज का अवैध उत्खनन और परिवहन भी किया जा रहा है।
संयुक्त टीम करेगी जांच :——-
डीएमओ सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि मझगवां एसडीएम के पत्र को गंभीरता से लेते हुए खनिज एवं राजस्व की संयुक्त जांच टीम बना कर स्थल निरीक्षण किया जाएगा। स्थल निरीक्षण के दौरान अवैध खनिज की पैमाइश की जाएगी और आरोपियों को चिन्हित किया जाएगा। उल्लेखनीय है, पटवारी हल्का कामता के रजौला मौजा की त्रेता युगीन अगस्त्य पहाड़ी की 73.36 एकड़ भूमि (आराजी नंबर-६१) १२ भूमि हीनों को दी गई थी। मगर, धर्मनगरी में सक्रिय अंतरराज्यीय भू माफिया ने बगैर सक्षम स्वीकृति के औने पौने दामों में जमीनें खरीद कर जहां खनिज का दोहन किया वहीं प्लाट भी काट दिए। संत समाज की शिकायत पर एसडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
अब क्या होगा:—— विधिक मामलों के जानकारों ने बताया कि जांच में चिन्हित आरोपियों के विरुद्ध भू राजस्व संहिता 1959 की धारा 42 , खनिज अधिनियम की धारा 138 , 247,431,131 अवैध उत्खनन एवं भंडारण नियम 2006 की धारा 18 , खनिज अधिनियम की धारा 21, एवं 21/1, 21/6 एवं धारा 22 के तहत कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। उल्ल्खेनीय है, आराजी नंबर 61/1 से आराजी नंबर 61/12 तक के १२ भूखंडों के बटांक नंबरों की ७३.३६ एकड़ भूमि को एसडीएम कोर्ट पहले ही हस्तांतरणीय कर चुकी है।
Created On :   11 Dec 2021 10:21 PM IST