जेल से तीन कैदियों के भागने की घटना को लेकर प्रशासन की चुप्पी 

The silence of the administration regarding the incident of the escape of three prisoners from the jail
जेल से तीन कैदियों के भागने की घटना को लेकर प्रशासन की चुप्पी 
एक माह बाद भी आरोपियों का नहीं लगा सुराग जेल से तीन कैदियों के भागने की घटना को लेकर प्रशासन की चुप्पी 

डिजिटल डेस्क, अमरावती । राज्य में सबसे सुरक्षित अमरावती जिला मध्यवर्ती जेल से 28 जून को 3 कैदी दीवार फांदकर भाग गए। मामले में एक माह बाद न तो कैदी गिरफ्त में आए और न ही जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई।  मामले में एक्शन लेने के उलट जेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। घटना की जांच कर रिपोर्ट 20 दिन पहले मिलने पर कारागृह उपमहानिरीक्षक ने घटना की रात ड्यूटी पर तैनात जेल अधिकारी व कर्मचारियों की विभागीय जांच के आदेश देकर इतिश्री कर ली है। मामले में अब तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की गई और न ही किसी कर्मचारी पर कार्रवाई हुई। दूसरी ओर अमरावती जेल अधीक्षक से लेकर तो जेल आईजी घटना को लेकर मौन धारण कर बैठे हैं।  जानकारी के अनुसार अमरावती जिला मध्यवर्ती जेल के बैरक नं. 12 में रखे गए जिले के शेंदूरजनाघाट थाना क्षेत्र के बालापेठ निवासी सुरेश गंगाराम उईके (23), सुमित शिवराम धुर्वे (19) और रत्नागिरी जिले के नायसे गांव का निवासी साहिल अजमल कलसेकर (25) तीनों जेल की रात्रकालीन सुरक्षा घेरा को चकमा देकर 28 जून की रात लगभग डेढ़ बजे के दौरान जेल की दीवार फांदकर भाग गए थे। 
गुरुवार 28 जुलाई को जेल कैदियों के भागने की घटना को एक महीना हो गया। जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात तो दूर जेल से भागे तीनों कैदियों के भागने की घटना के लिए जिम्मेदार अमरावती मध्यवर्ती जेल के अधिकारी और कर्मचारी तय नहीं कर पाए हैं। घटना के तत्काल बाद 29 जुलाई को नागपुर से जेल उपमहानिरीक्षक स्वाति साठे दल के साथ अमरावती जेल में दाखिल हुई। उन्होंने जेल की सुरक्षा का लगातार तीन दिन तक मुआयना करने के बाद घटना के जांच की जिम्मेदारी चंद्रपुर के जेल अधीक्षक वैभव आगे को सौंपी थी। वैभव आगे ने चार दिन में घटना की रात ड्यूटी पर तैनात जेल के लगभग 17 कर्मचारी व अधिकारी के बयान दर्ज किए और जांच रिपोर्ट कारागृह उप महानिरीक्षक स्वाति साठे को सौंपी। रिपोर्ट देखने के बाद आईजी साठे ने जेल में 28 जून की रात ड्युटी पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों की विभागीय जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद यह जांच भी पूर्ण हो गई। कैदियों की भागने की घटना के एक माह बाद भी जेल प्रशासन सहित अन्य एजेंसियां विफल रहीं। इतना ही नहीं जेल से कैदी भागने की घटना के लिए जिम्मेदार किसी अधिकारी व कर्मचारियों पर जेल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। 
 

Created On :   29 July 2022 1:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story