"वज्रमूठ' पर घमासान, कांग्रेस की सभा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस की ओर से महाविकास आघाड़ी की वज्रमूठ सभा की जोरदार तैयारी शुरू है। 16 अप्रैल को यह सभा होनी है। इसके बाद ही नागपुर में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की विशाल सभा होने की जानकारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इस महीने में 20 से 25 अप्रैल के दरम्यान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तानाशाही के विरोध में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की नागपुर में सभा होगी।
बैठक में सभा का नियोजन
पटोले ने कहा कि केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की देश भर में दबाव की राजनीति शुरू है। इसका विरोध करने के लिए नागपुर से बिगूल फूंका जाएगा। इस संबंध में 10 अप्रैल को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसमें नागपुर में सभा का नियोजन किया जाएगा। राहुल, प्रियंका सहित कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी सभा को संबोधित करेंगे। 20 से 25 अप्रैल के बीच में बड़ी सभा लेने की कांग्रेस की तैयारी है।
आशीष देशमुख पर होगी कार्रवाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नाना पटोले को खरीदने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है। जिन्होंने डोनेशन पद्धति पता है, उन्हें ही ऐसे शब्द याद आते है। पार्टी के रूप में देशमुख पर कार्रवाई की जाएगी।
जनता तक पहुंचाएंगे बात : उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार जनता को कैसे लूट रही है, अपने उद्योगपति मित्रों को ठेका देकर लाभ दे रही है, संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने का प्रयास शुरू है, इन सभी विषय जनता तक पहुंचाने का काम सभा के माध्यम से किया जाएगा। इसके बाद देश भर में ऐसी सभाएं ली जाएंगी। पटोले ने कहा कि सिर्फ चुनाव के समय में महापुरुषों का इस्तेमाल करने की भाजपा मासनिकता है। छत्रपति शिवाजी महाराज के विरोध करने वालों को आयडल बनाकर वे सिर पर बैठाते हैं। अब शालेय पाठ्यक्रम से इतिहास बदलने का प्रयास किया जा रहा है। पाठ्यक्रम में बदलाव कर गलत इतिहास नई पीढ़ी के सामने रखने का पाप सरकार के माध्यम से किया जा रहा है। पटोले ने सलाह देते हुए कहा कि भाजपा यह बताए कि उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज का हिंदवी स्वराज्य चाहिए या किसी और का?
जबान संभाल के...
कांग्रेस में बयान-वीर नेताओं की कमी नहीं है। ऐसे नेताओं की बयानबाजी से पार्टी की किरकिरी हो रही है। हाल में कांग्रेस नेता डॉ. आशीष देशमुख ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडसे, प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के विरोध में बयान देकर पार्टी को संकट डालने का काम किया है। देशमुख की बयानबाजी के कारण पार्टी नेताओं की मुश्किलें बढ़ी हैं। इसके अलावा गाहे-बगाहे कोई भी नेता पार्टी से अलग हटकर अपनी भूमिका सार्वजनिक तौर पर जाहिर करता रहा है। चुनाव आने पर पार्टी विरोध में भूमिका, बैनर-पोस्टर लगाकर राजशिष्टचार का लगातार उल्लंघन किया जाता रहा है। ऐसे नेताओं की जुबान और हरकतों पर लगाम कसने पार्टी ने अब शिस्त (अनुशासन) पालन समिति का गठन किया है। नागपुर शहर स्तर पर शिस्त पालन समिति का गठन किया गया है। पार्टी विरोधी भूमिका या बयानबाजी करने पर यह समिति अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी।
Created On :   6 April 2023 10:17 AM IST