Uttarakhand News: महिला वैज्ञानिकों को ‘Young Women Scientist’ अवार्ड, विकास-संस्कृति दोनों पर जोर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में प्रदेश में विज्ञान, शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2025 के आपदा प्रबंधन सम्मेलन में उन्होंने “Young Women Scientist Awards” की हुई घोषणा, जिससे महिला वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ा है। साथ ही सरकार ने संस्कृत भाषा के उत्थान और शिक्षा-संस्कृति को प्राथमिकता देने के संकेत दिए हैं।
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महिला वैज्ञानिकों का हुआ सम्मान
CM धामी के नेतृत्व में आयोजित 2025 के आपदा प्रबंधन सम्मेलन में कई महिला वैज्ञानिकों को “Young Women Scientist Awards” से सम्मानित किया गया।
इस पहल के पीछे उद्देश्य सिर्फ सम्मान देना नहीं, बल्कि राज्य में विज्ञान, नव-अनुसंधान और लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करना है। इससे न सिर्फ महिलाओं में जोश बढ़ेगा, बल्कि अगली पीढ़ी के लिए वैज्ञानिक करियर में रुचि बढ़ाने में मदद मिलेगी।
संस्कृत व सांस्कृतिक विरासत को नई उड़ान
सिर्फ विज्ञान ही नहीं- CM धामी ने राज्य में संस्कृत भाषा और सांस्कृतिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक उच्च-स्तरीय आयोग गठित करने की घोषणा की है।
उत्तराखंड में संस्कृत को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिलने के बाद, इस तरह का आयोग सांस्कृतिक संरक्षण और भाषा-शिक्षा के लिए सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
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विकास व सुशासन की दिशा में काम
इससे पहले, विभिन्न मानकों पर किये गए सर्वे में उत्तराखंड को आपदा प्रभावित राज्यों में सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन वाला राज्य माना गया, जिसमें CM धामी को 78.5% वोट प्राप्त हुए।
सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार, महिला सशक्तिकरण जैसी कई नीतियों पर ध्यान दिया है और अब विज्ञान + संस्कृति पर फोकस से विकास मॉडल और मजबूत हो रहा है।
CM धामी की यह पहल महिला वैज्ञानिकों को सम्मान देना और संस्कृत-संस्कृति पर जोर, स्पष्ट संकेत है कि उत्तराखंड में केवल आर्थिक या बुनियादी विकास ही नहीं, बल्कि शिक्षा, संस्कृति और लैंगिक समानता को भी प्राथमिकता दी जा रही है। अगर ये कदम सार्थक रूप से आगे बढ़े, तो राज्य के सामाजिक और बौद्धिक विकास पर इसका दीर्घकालिक सकारात्मक असर दिखेगा।
Created On :   3 Dec 2025 4:20 PM IST













