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मस्क का स्टारलिंक गायब होते ही ह्यूजेस, इसरो ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाता ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया ने सोमवार को एलोन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा संचालित भारत के पहले उच्च-थ्रूपुट उपग्रह (एचटीएस) ब्रॉडबैंड सेवा के वाणिज्यिक लॉन्च की घोषणा की और देश में अपनी सस्ती इंटरनेट परियोजना स्टारलिंक को छोड़ दिया। सैटेलाइट सेवा का उद्देश्य देशभर में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड वितरित करना है, ताकि स्थलीय नेटवर्क की पहुंच से परे सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में सरकारी नेटवर्क को जोड़ना है।
अंतरिक्ष विभाग के सचिव और इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा, इसरो में हम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और डिजिटल विभाजन को पाटने में मदद करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ काम करने के तरीकों की खोज और विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सोमनाथ ने कहा, इसरो उपग्रहों द्वारा संचालित नई एचटीएस क्षमताओं के साथ हमें विश्वास है कि एचसीआई उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली उपग्रह ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करना जारी रखेगा और भारत के डिजिटल परिवर्तन को गति देने वाले कनेक्टिविटी अनुभव को और बढ़ाएगा।
एचसीआई भारत में 200,000 से अधिक व्यापार और सरकारी साइटों पर उपग्रह ब्रॉडबैंड प्रदान करता है, उद्यमों के साथ-साथ रणनीतिक केंद्र और राज्य सरकार की परियोजनाओं का समर्थन करता है। 75 से अधिक उपग्रहों पर उपयोग में ह्यूजेस ज्यूपिटर सिस्टम दुनियाभर में उच्च-थ्रूपुट और पारंपरिक उपग्रह कार्यान्वयन दोनों के लिए वास्तविक मानक है।
एचसीआई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पार्थो बनर्जी ने कहा, देशभर में उपलब्ध, ह्यूजेस से एचटीएस ब्रॉडबैंड डिजिटल डिवाइड को पाटने, मल्टी-मेगाबिट हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड को सस्ती दरों पर पहुंचाने की हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा, यह नई ब्रॉडबैंड सेवा सरकारी संगठनों, वित्तीय कंपनियों, सेलुलर ऑपरेटरों, खनन और ऊर्जा कंपनियों की हाई-बैंडविड्थ जरूरतों को सपोर्ट करेगी और अन्य व्यवसायों के बीच भारत को असीमित भविष्य से जोड़ने में मदद करेगी।
ह्यूजेस की एचटीएस ब्रॉडबैंड सेवा इसरो के जीसैट-11 और जीसैट-29 उपग्रहों की केयू-बैंड क्षमता को ह्यूजेस ज्यूपिटर प्लेटफॉर्म ग्राउंड टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ती है, ताकि पूरे भारत में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड वितरित किया जा सके, जिसमें स्थलीय नेटवर्क की पहुंच से परे सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी शामिल है। यह सेवा सामुदायिक इंटरनेट एक्सेस के लिए वाई-फाई हॉटस्पॉट जैसे अनुप्रयोगों का समर्थन करती है। साथ ही, प्रबंधित एसडी-डब्ल्यूएएन समाधान और मोबाइल नेटवर्क पहुंच बढ़ाने के लिए बैकहॉल व छोटे व्यवसायों के लिए उपग्रह इंटरनेट सेवा मुहैया कराती है।
सोर्सः आईएएनएस
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Created On :   12 Sept 2022 4:01 PM IST