तेलंगाना में भाजपा को बड़ा झटका: गोशामहल सीट से विधायक टी राजा ने पार्टी से दिया इस्तीफा, जानें किस कारण के चलते लिया ये फैसला

गोशामहल सीट से विधायक टी राजा ने पार्टी से दिया इस्तीफा, जानें किस कारण के चलते लिया ये फैसला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टी राजा ने अपने इस्तीफे में लिखा, "मैं यह पत्र भारी मन और गहरी चिंता के साथ लिख रहा हूं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामचंद्र राव को तेलंगाना के लिए भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया जाना तय है। यह निर्णय न केवल मेरे लिए बल्कि लाखों कार्यकर्ताओं, नेताओं और मतदाताओं के लिए भी एक झटका और निराशा की तरह आया है, जो हर उतार-चढ़ाव में पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। ऐसे समय मं जब भाजपा तेलंगाना में अपनी पहली सरकार बनाने की दहलीज पर खड़ी है, इस तरह का चुनाव हमारी दिशा के बारे में गंभीर संदेह पैदा करता है।

टी राजा ने इस्तीफा को लेकर लिखा पत्र

टी राजा ने पत्र में लिखा, "हमारे में राज्य में कई योग्य वरिष्ठ नेता, विधायक और सांसद हैं जिन्होंने भाजपा के विकास के लिए अथक काम किया है और जिनके पास पार्टी को आगे ले जाने के लिए ताकत, विश्वसनीयता और संपर्कहै। दुरभाग्य से ऐसा प्रतित होते है कि कुछ व्यक्तियों ने, निजी हितों से प्ररित होकर, केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह किया है और पर्दें के पीछे से शो चलाकर निर्णय लिए हैं। यह न केवल जमीनी कार्यकर्ताओं के बलिदान क कमतर आंकता है बल्कि पार्टी को टाले जा सकने वाले झटकों मे धकेलने का जोखिम भी पैदा करता है।

टी राजा ने आगे लिखा, "मैं एक समर्पित कार्यकर्ता रहा हूं, जिसे लोगों के आशीर्वाद और पार्टी के समर्थन से लगातार तीन बार चुना गया है। लेकिन आज, मुझे चुप रहना या यह दिखावा करना मुश्किल लगता है कि सब ठीक है। यह व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के बारे में नहीं है, यह पत्र उन लाखों वफादार भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के दर्द और हताशा को दर्शाता है जो खुद को दरकिनार और अनसुना महसूस करते हैं।

प्रदेश अध्यक्ष पद की नियुक्ति से थे नाखुश

तेलंगाना में भाजपा को सत्ता में लाने का हमारे पास वर्षों में सबसे अच्छा अवसर था। लेकिन यह उम्मीद धीरे-धीरे निराशा और हताशा में बदल रही है, लोगों की वजह से नहीं, बल्कि नेतृत्व को शीर्ष पर बिठाए जाने की वजह से। बहुत दुःख के साथ मैंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। किशन रेड्डी, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया तेलंगाना विधानसभा के माननीय अध्यक्ष को सूचित करें कि टी. राजा सिंह अब भाजपा के सदस्य नहीं हैं।

टी. राजा ने अपने दो पन्नों के इस्तीफे में आगे लिखा, "भले ही मैं पार्टी से अलग हो रहा हूं, लेकिन मैं हिंदुत्व की विचारधारा और हमारे धर्म और गोशामहल के लोगों की सेवा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं। मैं अपनी आवाज उठाता रहूंगा और हिंदू समुदाय के साथ और भी अधिक मजबूती से खड़ा रहूंगा।

उन्होंने कहा, "यह एक कठिन निर्णय है, लेकिन जरूरी भी है। बहुत से लोगों की चुप्पी को सहमति नहीं समझा जाना चाहिए। मैं सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन अनगिनत कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के लिए बोल रहा हूं जो हमारे साथ विश्वास के साथ खड़े थे और जो आज निराश महसूस कर रहे हैं। मैं हमारे वरिष्ठ नेतृत्व - माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह और बीएल संतोष से भी विनम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि वे इस निर्णय पर पुनर्विचार करें। तेलंगाना भाजपा के लिए तैयार है, लेकिन हमें उस अवसर का सम्मान करने और उसे हाथ से जाने न देने के लिए सही नेतृत्व चुनना चाहिए। जय हिंद, जय श्री राम!"

Created On :   30 Jun 2025 5:18 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story