इन्फोसिस के नए CEO की सैलरी सिक्का से होगी कम, मिलेंगे 16 करोड़ रुपए

इन्फोसिस के नए CEO की सैलरी सिक्का से होगी कम, मिलेंगे 16 करोड़ रुपए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-05 03:00 GMT
इन्फोसिस के नए CEO की सैलरी सिक्का से होगी कम, मिलेंगे 16 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। देश के सबसे बड़ी मल्टी नेशनल कंपनियों में से एक इंफोसिस के नए CEO और MD के तौर पर सलिल पारेख ने कमान संभाल ली है। उनकी ताजपोशी के साथ-साथ अब उनके वेतन को लेकर चर्चा हो रही है। दरअसल पारेख का सालाना वेतन पूर्व CEO विशाल सिक्का से काफी कम है। आपको बता दें, पारेख को 16 करोड़ रुपये सालाना पैकेज है। वहीं सिक्का को 42 करोड़ रुपए की सालाना सैलरी दी जाती थी। पारेख को मिल रहा सालाना पैकेज सिक्का के पैकेज के एक तिहाई के बराबर है। इंफोसिस की स्वतंत्र बोर्ड मेंबर किरन मजुमदार शॉ ने बताया कि सलिल को 16 करोड़ रुपये का पैकेज मिलेगा। इसमें उनकी फिक्स सैलरी 6.5 करोड़ रुपए होगी।

 

                                   

 

शॉ ने बताया कि सलिल को 6.5 करोड़ रुपए की फिक्स सैलरी के साथ 9.75 करोड़ रुपए का वैरिएबल पे पाने के हकदार रहेंगे। उनके मुताबिक पारेख को 3.25 करोड़ रुपये की स्टॉक यूनिट्स और 13 करोड़ रुपये के वार्षिक इक्व‍िटी ग्रांट्स मिलेंगे।

इंफोसिस ने पिछले साल दिसंबर में सलिल पारेख को कंपनी के नए सीईओ के तौर पर नियुक्त किया था। उन्होंने विशाल सिक्का की जगह ली। विशाल सिक्का ने कंपनी के संस्थापकों के साथ विवाद होने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सिक्का के कंपनी छोड़ने की एक सबसे बड़ी वजह कंपनी के संस्थापक नारायण मूर्ति की तरफ से लगातार हमले हैं। नारायण मूर्ति ने कई बार सिक्का की सैलरी पर भी सवाल उठाए हैं। पिछले साल अगस्त में सिक्का के इस्तीफे के बाद से कंपनी में नए सीईओ के लिए चल रही तलाश दिसंबर में पारिख पर आकर खत्म हुई थी।

कंपनी ने पारेख के सामने कंपनी ने रखी है ये शर्त 

पारेख के साथ हुए कॉन्ट्रेक्ट में कंपनी ने ये शर्त भी रखी है कि पद छोड़ने के छह महीने तक वह कुछ चुनिंदा प्रतिस्पर्धी कंपनियों से नहीं जुड़ेंगे। इसके अलावा, उन्हें ऐसे किसी क्लाइंट के साथ काम करने की अनुमति भी नहीं होगी, जिसके लिए इन्फोसिस में रहते हुए पिछले 12 महीनों में उन्होंने काम किया होगा। उनका कार्यकाल पांच साल का होगा। पारिख के वेतन और भत्तों के प्रस्ताव पर शेयरधारकों को 22 जनवरी से 20 फरवरी के बीच वोट करना होगा। चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर नियुक्ति देने और पूर्णकालिक डायरेक्टर बनाने पर भी मंजूरी मांगी गई है। सिक्का के इस्तीफे के बाद राव को अंतरिम सीईओ नियुक्त किया गया था।

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