शेयर बाजार में बना रह सकता है उतार-चढ़ाव, भूराजनीतिक तनाव का असर

शेयर बाजार में बना रह सकता है उतार-चढ़ाव, भूराजनीतिक तनाव का असर

IANS News
Update: 2020-06-21 17:00 GMT
शेयर बाजार में बना रह सकता है उतार-चढ़ाव, भूराजनीतिक तनाव का असर

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। घरेलू शेयर बाजार में बीते सप्ताह की तेजी के बाद आगे मजबूती रहने के आसार हैं। हालांकि कोरोना के प्रकोप और भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर पैदा हुए भूराजनीतिक तनाव का दबाव भी बना रह सकता है। वहीं, फ्यूचर्स एवं आप्शंस सेगमेंट में जून महीने के अनुबंधों की एक्सपायरी से बाजार में उतार-चढ़ाव का देखने को मिल सकता है।

बाजार के जानकार बताते हैं कि पिछले सप्ताह के आखिरी दो सत्रों में आई जोरदार लिवाली के बाद निवेशकों में तेजी का रुझान बना रह सकता है। तेजी की स्थिति में बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स के लिए 35000 के स्तर हासिल करने की चुनौती होगी, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी के लिए 10500 को पार करने की चुनौती होगी।

हालांकि घरेलू शेयर बाजार की चाल विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों से तय होगी। लॉकडाउन खुलने के साथ आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीदों से बाजार को जहां सपोर्ट मिल रहा है, वहीं दोबारा कोरोना के बढ़ते प्रकोप से बाजार निवेशकों का मनोबल कमजोर होता है।

उधर, आईटीसी, कोल इंडिया, गेल इंडिया और एशियन पेंट्स जैसी प्रमुख कंपनियां पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी करेंगी, जिनका असर घरेलू बाजार पर देखने को मिलेगा। फ्यूचर्स एवं आप्शंस सेगमेंट में जून महीने के अनुबंधों की एक्सपायरी से 25 जून को होगी और कारोबारी अगले महीने के अनुबंधों में अपना पोजीशन बनाएंगे।

वहीं, निवेशकों की नजर भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों की ओर से आने वाले बयानों और भूराजनीतिक तनाव दूर करने की दिशा में होने वाली प्रगति पर बनी रहेगी।

कोरोनावायरस संक्रमण से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में भारत अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद चौथे नंबर पर है। देश में कोरोना के संक्रमण के कुल मामले चार लाख को पार कर चुके हैं और महामारी ने 13200 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है।

विदेशी मोर्चे की बात करें तो अमेरिका में जून महीन के मा*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट मैन्युफैक्च रिंग, सर्विसेज और कंपोजिट पीएमआई के आंकड़े 23 जून को जारी होंगे। वहीं, यूरोप में भी इसी दिन यूरो एरिया जून महीन के मा*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट मैन्युफैक्च रिंग, सर्विसेज और कंपोजिट पीएमआई के आंकड़े जारी होंगे।

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