प्रस्ताव पारित: अब महुआ फूल से शराब नहीं बल्कि बनेंगे पोषक लड्‌डू!

  • जिला शराब मुक्ति संगठन की बैठक में प्रस्ताव
  • शराब कारखाना शुरू करने का विरोध
  • लड्‌डू और जूस तैयार करने की सलाह

Anita Peddulwar
Update: 2024-01-05 11:11 GMT

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । जिले में सरकार ने महुआ फूल से तैयार की जाने वाली शराब का कारखाना शुरू करने का निर्णय लिया है। जिला मुख्यालय में प्रस्तावित इस कारखाने के निर्माणकार्य का गत दिनों भूमिपूजन भी किया गया। महुआ शराब का कारखाना शुरू कर सरकार अपने ही कानून का उल्लंघन कर रही है। कारखाना तैयार ही करना है तो महुआ फूल से तैयार होने वाले पोषक लड्‌डू और जूूस का कारखाना शुरू करें। इस आशय का प्रस्ताव जिला शराबमुक्ति संगठन के बैठक में पारित किया गया। संगठन के अध्यक्ष महाराष्ट्र भूषण डा. अभय बंग की अध्यक्षता में धानोरा तहसील के चातगांव स्थित सर्च (शोधग्राम) में विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस समय डा. बंग ने कहा कि, वर्ष 1987 में गड़चिरोली जिला शराबमुक्ति संगठन की स्थापना की गयी।

इस संगठन द्वारा निरंतर किये गये आंदोलन और प्रयासों के कारण वर्ष 1993 में जिले में शराब बंदी का कानून लागू किया गया। लेकिन सरकार अब स्वयं ही इस जिले में महुआ शराब का कारखाना शुरू करने का विचार कर रही है। सरकार द्वारा इस कारखाने के लिए दी गयी मान्यता को तत्काल रद्द करने की मांग बैठक के दौरान डा. बंग ने की। महुआ फूलों से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करना आवश्यक है। आयुर्वेद में महुआ फुलों का महत्व काफी अधिक है। सूखे फूलों से पोषक लड्‌डू तैयार किये जा सकते हंै। साथ ही स्वास्थ्यवर्धक महुआ जूस भी तैयार हो सकता है। इस तरह के रोजगार लोगों को उपलब्ध कर उन्हें सब्सिडी देने की आवश्यकता है।

सरकार द्वारा गड़चिरोली में प्रस्तावित शराब कारखाने का जिलेभर के ग्रामसभाओं और गांवों ने जमकर विरोध किया है। कारखाने की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव भी ग्रामसभाओं ने शराबमुक्ति संगठन को सौंपा है। यह प्रस्ताव जल्द ही सरकार के समक्ष पेश करने का निर्णय बैठक के दौरान लिया गया। बैठक में जिला शराबमुक्ति संगठन के अध्यक्ष डा. अभय बंग, उपाध्यक्ष देवाजी तोफा, सदस्य हीरामण वरखडे, डा. शिवनाथ कुंभारे, डा. सतीश गोगुलवार, शुभदा देशमुख, बाजीराव नरोटे, कल्पना कापसे, साधना कोडापे, डा. आनंद बंग, अमृत बंग, मनोहर हेपट, सुखदेव वेठे, सर्यप्रकाश गभने, विजय खरवडे, पुरूषोत्तम कुलमेथे, मुक्तिपथ अभियान के प्रभारी संचालक संतोष सावलकर आदि उपस्थित थे।

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