सुसाइड: पुलिस उपनिरीक्षक ने तनाव में आकर लगाई फांसी , घटना के वक्त घर में था अकेला

  • फोन नहीं उठाने से मां ने गांव से भेजा एक आदमी
  • मेडिकल जांच में अनफिट रहने से ट्रेनिंग से वापस भेज दिया गया था
  • पत्नी से भी नहीं बनती थी आए दिन होता था विवाद

Anita Peddulwar
Update: 2024-02-06 05:02 GMT

डिजिटल डेस्क,  नागपुर।   पुलिस उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी की फांसी लगाने से मौत हो गई। प्रारंभिक तौर पर तनाव के कारण आत्मघाती कदम उठाने का पता चला है। गिट्टीखदान थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है।

घटना के दौरान घर में अकेले ही थे :  गिट्टीखदान स्थित 99 ऑफिसर्स क्वार्टर निवासी गोपाल विष्णुपंत गोळे (38) करीब दो वर्ष से यशोधरा नगर थाने में बतौर उपनिरीक्षक तैनात थे। घटना के दौरान वह अकेले ही घर में थे। 13 जनवरी 2024 से वह अवकाश पर थे। करीब 10-12 दिन पहले पत्नी स्नेहा अपने सात महीने की बच्ची के साथ अमरावती स्थित मायके गई हुई थी। गत तीन-चार दिन से गोपाल की मां गांव से फोन कर रही थी, लेकिन वह उठा नहीं रहा था। परेशान होकर मां ने गांव से एक व्यक्ति को भेजा। सोमवार की दोपहर वह व्यक्ति गोपाल के िनवास स्थान पर पहुंचा, तो भीतर से कमरे का दरवाजा बंद था। क्वार्टर के पीछे से उसने खिड़की से झांककर देखा तो गोपाल फांसी पर लटका हुआ था। सूचना िगट्टीखदान थाने को दी गई। आला पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों को खबर दी गई। कानूनी प्रक्रिया के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

अनफिट होने के कारण ट्रेनिंग से वापस भेजा था : सूत्रों के अनुसार, गोपाल को उपनिरीक्षक की ट्रेनिंग से वापस भेज दिया गया था, क्योंकि मेडिकल जांच में उसे अनफिट पाया गया था। यह बात वर्ष 2016-17 की है। पत्नी के साथ भी उसकी बनती नही थी। परिवार में आए दिन उसका विवाद होते रहता था। वह ड्युटी पर भी िकसी से ज्यादा बात नही करता था। हमेशा एकांत में रहता था। सड़क हादसे में जब से भाई की मौत हुई थी, तब से बहुत ज्यादा तनाव में रहने लगा था। हालांकि घटना के पीछे पारिवारिक कारणों के अलावा कहीं ड्यूटी का तनाव या कोई अन्य कारण तो नहीं था, यह कयास भी लगाया जा रहा है। मोबाइल भी खंगाला जा रहा है।

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