शारदेय नवरात्र में जन्मी171 देवियां, परिवारों में खुशी का महौल

नौ दिनों में जिले के सरकारी अस्पतालों में जन्में शिशुओं में 171 बेटियां शारदेय नवरात्र में जन्मी171 देवियां, परिवारों में खुशी का महौल

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-14 16:51 GMT
शारदेय नवरात्र में जन्मी171 देवियां, परिवारों में खुशी का महौल


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। बेटियों को देवी का रूप माना जाता है। अक्सर बेटियों के जन्म पर कहा जाता है कि लक्ष्मी आई है। इस नवरात्र पर जिले में 171 देवियां अवतरित हुई। जिले के सरकारी अस्पतालों में पिछले नौ दिनों में इतनी बेटियों ने जन्म लिया है। नवरात्र के पावन पर्व पर घर में बेटियों के आगमन पर परिवारों में खुशी का माहौल है। बेटियों के जन्म पर परिवार देवी की कृपा मान रहे है। खासबात यह है कि नवरात्र पर विशेष दिन और विशेष मुहूर्त के अनुसार माता-पिता अपनी बेटियों का नामकरण देवियों के नाम और उनके नाम के पर्याय के अनुसार रख रहे है। जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड में 7 अक्टूबर नवरात्र के पहले दिन से लेकर 14 अक्टूबर तक 87 बेटियों ने जन्म लिया। वहीं जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में 84 बेटियों के जन्म से लोगों के घर आंगन में खुशियों की बहार आई है।
ज्योतिषाचार्य से जानिए इन नौ दिनों में जन्मे जातकों के गुण-
ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि नवरात्र के नौ दिनों में जन्मे जातकों पर मां भगवती की विशेष कृपा होती है। वे सुंदर स्वरूप, अत्यंत पवित्रतायुक्त, गुणवान होते हैं। शुक्ल पक्ष में जन्मे जातक रोशनी और प्रकाश का प्रतीक माने जाते हैं। इस पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे ज्ञानी और कई विषयों में महारथ रखने वाले होते हैै। यह भी मान्यता है कि इस दौरान जन्म लेने वाले शिशु जिस भी कार्य को करने की ठान लेते हैं, उसे पूरी लगन और कुशलता के साथ करते हैं।
बेटियों के परिवार में छाई खुशियां-
- चांद के ग्राम मंदरिया निवासी रामाकहार कहते है मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि हमारे परिवार में बेटी का जन्म हुआ। देवी मां ने नवरात्र पर्व पर बेटी के रूप में हमें व परिवार को अपना आर्शीवाद दिया है।
- सिंगोड़ी निवासी सोमवती कहती है कि बड़े भाई के घर बेटी के जन्म से पूरा परिवार खुश है। हम काफी भाग्यशाली है कि नवरात्रि के इस पावन अवसर पर हमारे घर बेटी ने जन्म लिया है।
इन अस्पतालों की स्थिति-
अस्पताल बेटियों का जन्म
जिला अस्पताल 87
चौरई 15
जुन्नारदेव 04
सौंसर 13
परासिया 35
पांढुर्ना 17  
(सरकारी अस्पतालों से मिले आंकड़े)
नौ देवियों के नाम और उनके अर्थ-
- प्रथम देवी - शैलपुत्री- अर्थ पर्वत की पुत्री।
- दूसरी देवी- ब्रह्मचारिणी- अर्थ तप का आचरण करने वाली।
- तीसरी देवी- चंद्रघंटा- अर्थ चांद की तरह चमकने वाली
- चौथी देवी- कूष्माण्डा- अर्थ ऊष्मा का अंश।
- पांचवीं देवी- स्कंदमाता- अर्थ कार्तिक स्वामी की माता।
- छठवीं देवी- कात्यायनी- अर्थ कात्यायन आश्रम में जन्मी।
- सातवीं देवी- कालरात्रि- अर्थ काल का नाश करने वाली।
- आठवीं देवी- महागौरी- अर्थ सौंदर्य और प्रकाशमान स्वरूप।
- नवमीं देवी- सिद्धिदात्री- अर्थ सिद्धियां देने वाली मां।
(ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी के मुताबिक)

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