पंतजलि को दी गई जमीन में 208 करोड़ का भ्रष्टाचार, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

पंतजलि को दी गई जमीन में 208 करोड़ का भ्रष्टाचार, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

Anita Peddulwar
Update: 2017-12-15 04:34 GMT
पंतजलि को दी गई जमीन में 208 करोड़ का भ्रष्टाचार, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। योगगुरु बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी को  मिहान में फूड पार्क के लिए मिली जमीन फिर विवादों में है। विपक्ष ने सरकार से पूछा कि किस आधार पर पतंजलि को यह जमीन आवंटित की गई है। छूट देते समय क्या उसका ट्रैक रिकार्ड देखा गया। दावा किया गया था कि छूट देने के पीछे वहां एप्रोच रोड नहीं होना है, लेकिन जमीन देने के बाद वहां एप्रोच रोड तैयार किया गया है। उस पर कितना खर्च हुआ है, इसे सावर्जनिक किया जाए। विरोधी पक्ष नेता धनंजय मुंडे व कांग्रेस नेता शरद रणपिसे ने इस जमीन आवंटन में 208 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने जमीन आवंटन त्वरित रद्द करने की मांग की। सभापति रामराजे नाईक निंबालकर ने इस मामले में सरकार को एक समिति बनाकर वहां  निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

5 बड़े घोटालों में से एक 
विधानपरिषद में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत कांग्रेस सदस्य संजय दत्त ने पतंजलि को भूखंड कम दरों पर देने का मुद्दा उपस्थित किया। श्री दत्त ने कहा कि यह 5 बड़े घोटालों में से एक है। किसानों को मुआवजा नहीं मिलता है, लेकिन बाबा रामदेव को गुरुदक्षिणा दी जाती है। सरकार को ऐसे भूखंड बांटने किसने अधिकार दिए। कल्याणकारी योजनाओं को अनुदान देने की बजाए बालकृष्ण की कंपनी को अनुदान बांटा जा रहा है। 

पूरी प्रक्रिया पारदर्शी 
फिलहाल सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री मदन येरावार ने इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बताते हुए नियमानुसार की गई कार्यवाही कहा। उन्होंने कहा कि मिहान प्रकल्प में पतंजलि उद्योग समूह को जगह नियमानुसार दी गई। मिहान प्रकल्प की जगह केंद्र सरकार की नहीं, बल्कि राज्य सरकार ने अधिग्रहित की है। पतंजलि उद्योग समूह को सेज (विशेष आर्थिक क्षेत्र) में 106.11 एकड़ और सेज के बाहरी क्षेत्र में 234.15 एकड़, कुल 340.26 एकड़ जगह नियोजित दर से दी गई है। भूखंड ई-निविदा पद्धति से दिए गए। ग्लोबल टेंडर निकाला गया था। दो बार 2-2 कंपनियों ने टेंडर भरा। तीसरी बार सिर्फ एक कंपनी से निविदा आई। इसके बाद पतंजलि उद्योग समूह की निविदा फाइनल की गई। 

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