मालेगांव के कांग्रेस महापौर सहित 28 नगरसेवक एनसीपी में शामिल 

मित्र दल को तगड़ा झटका   मालेगांव के कांग्रेस महापौर सहित 28 नगरसेवक एनसीपी में शामिल 

Tejinder Singh
Update: 2022-01-27 15:58 GMT
मालेगांव के कांग्रेस महापौर सहित 28 नगरसेवक एनसीपी में शामिल 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने मित्र दल कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। मालेगांव महानगरपालिका के महापौर सहित 28 कांग्रेस नगरसेवक गुरुवार को राकांपा में शामिल हो गए। प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कांग्रेस नगरसेवकों का पार्टी में स्वागत किया। इस पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। 

राकांपा प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने राकांपा में शामिल हुए सभी नगरसेवकों का स्वागत करते हुए उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मालेगांव में इन नगरसेवकों के पार्टी में शामिल होने से अगले विधानसभा चुनाव में निश्चित तौर पर राकांपा का विधायक बनना तय है। पाटिल ने कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार की मालेगांव में एक बड़ी सभा लेने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह राकांपा ने पिंपरी-चिंचवड और अन्य महानगरपालिकों में विकास किया है, उसी तरह पार्टी के नेतृत्व में मालेगांव का चेहरा-मोहरा बदलने का काम किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि शेख रशीद 1999 में विधायक चुने गए थे। वे मालेगांव में सभी की मदद के लिए आगे रहते थे। शेख रशीद की समाज के प्रति प्रतिबद्धता के चलते सभी नगरसेवक उनके साथ राकांपा में आ गए हैं। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कभी भी जाति का विचार न करते हुए सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। अल्पसंख्यक समाज में शिक्षा की कमी है, ऐसे में समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मालेगांव में क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए और मौलाना अब्दुल कालम आजाद महामंडल के माध्यम से क्या योजनाएं चलाई जा सकती हैं, इस पर विचार किया जाएगा। इस दौरान अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने मालेगांव में कब्रिस्तान की समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन दिया। 

इसे गंभीरता से लेने की जरुरतः पटोले 

मालेगांव के महापौर सहित 28 कांग्रेस नगरसेवकों के राकांपा में शामिल होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जो कुछ चल रहा है, उस पर मंथन किया जाएगा। उनके लोग हमारे पास और हमारे लोग उनके पास जाने का सिलसिला शुरु है। वे अभी हमारे थोड़े लोग ले गए, लेकिन उनसे ज्यादा लोग हमारे पास आए हैं। पटोले ने कहा कि यह चलेगा नहीं, नाराजगी राजनीति का एक हिस्सा है, ऐसे में इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। 

 

Tags:    

Similar News