32 हजार विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पर संकट, OBC के सैकड़ों आवेदनों को स्वीकृती का इंतजार 

 32 हजार विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पर संकट, OBC के सैकड़ों आवेदनों को स्वीकृती का इंतजार 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-19 07:56 GMT
 32 हजार विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पर संकट, OBC के सैकड़ों आवेदनों को स्वीकृती का इंतजार 

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। चुनाव के चक्कर में जिले के 32 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पर संकट खड़ा हो गया है। आचार संहिता के चलते कहीं पोर्टल मे आवेदन का ऑप्शन नजर नहीं आ रहा है तो कहीं आवेदनों के बाद भी स्वीकृति नहीं मिल पाई है। जबकि 2017 में दिसंबर तक तमाम कागजी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ऑनलाइन वितरण भी शुरु कर दिया गया था। एससी, एसटी और ओबीसी के इन विद्यार्थियों को लेकर दिक्कत यहीं खत्म नहीं हुई है, बल्कि अभी तक जनजाति कार्य विभाग फीस भी डिसाइड नहीं कर पाया है। एससी व एसटी के विद्यार्थी जो फस्र्ट ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। विभागीय बेवसाइट के पोर्टल में उनके लिए आवेदन का ऑप्शन ही नजर नहीं आ रहा है। 

ऐसे समझिए स्थिति
एसटी विद्यार्थियों के लिए- 2017 में एसटी (अनसुचित जनजाति) के 7 हजार 625 विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी गई थी। इस बार 10 प्रतिशत विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाकर 8 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान कर रहे है। एससी विद्यार्थियों के लिए- 2017 में एससी के 5690 विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी गई थी। इस बार यह आंकड़ा 8 हजार से ज्यादा है। दो महीने से प्रक्रिया रुकी पड़ी है। पोर्टल पर भी आवेदन की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। 

ओबीसी विद्यार्थियों के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के अभी तक 14 हजार 584 आवेदन आ चुके हैं। 2017-18 में 17 हजार 146 विद्यार्थियों को ये स्कॉलरशिप दी गई थी। इस बार बड़ी संख्या में आवेदन आने के बाद भी अब 1610 विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप स्वीकृत हुई है। बाकी आवेदन पेंडिंग है। 2017-18 में 14 करोड़ 55 लाख रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की गई थी। 

पोर्टल में नहीं दिख रहा 2018-19 का ऑप्शन 
पिछले शैक्षणिक सत्र से स्कॉलरशिप की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। जिसके बाद विभाग की जगह विद्यार्थी के खाते में स्कॉलरशिप डाली गई थी, लेकिन इस बार विभाग के पोर्टल में सत्र  2018-19  का ऑप्शन नजर नहीं आ रहा है विद्यार्थी इस वजह से भी परेशान चल रहे हैं। 
 

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