प्लास्टिक पाबंदी से वसूले गए 4 करोड़, अब दुकानदारों को लेनी होगी दूध की खाली थैलियां,  रोज निकल रहा 31 टन कचरा

प्लास्टिक पाबंदी से वसूले गए 4 करोड़, अब दुकानदारों को लेनी होगी दूध की खाली थैलियां,  रोज निकल रहा 31 टन कचरा

Tejinder Singh
Update: 2019-06-27 13:41 GMT
प्लास्टिक पाबंदी से वसूले गए 4 करोड़, अब दुकानदारों को लेनी होगी दूध की खाली थैलियां,  रोज निकल रहा 31 टन कचरा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में रोजाना एक करोड़ दूध की थैलियां कचरे में फेंकी जाती है जिससे 31 टन कचरा निर्माण होता है। अगले एक महीने में दूध की थैलियों के लिए प्रस्तावित योजना लागू कर दी जाएगी जिसके तहत दुकानदार ग्राहकों से दूध की थैलियों के लिए 50 पैसे डिपॉजिट लेगा और दूध की थैली वापस करने पर यह पैसे वापस दे देगा। पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने विधानसभा में यह जानकारी दी। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कदम ने बताया कि राज्य में प्लास्टिक बंदी के पहले 11 हजार 200 टन प्लास्टिक कचरा जमा होता था जो अब घटकर 600 टन तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि सरकार प्लास्टिक पर पूर्ण पाबंदी की ओर कदम बढ़ा रही है। पर्यावरण मंत्री कदम ने बताया कि प्लास्टिक बंदी के बाद प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने स्थानीय स्वराज संस्थाओं के कर्मचारियों के साथ मिलकर इस साल 5 जून तक 6 हजार 369 दुकानो/प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की और 4 करोड़ 12 लाख 20 हजार 588 रुपए जुर्माना वसूला। इस दौरान 836 टन प्लास्टिक भी जब्त किया गया। प्लास्टिक उत्पादन करने वाले 273 कारखानों में प्लास्टिक उत्पादन पर रोक लगाते हुए 4 लाख 20 हजार रुपए जुर्माना वसूला और 242 टन प्लास्टिक जब्त किया गया। कदम ने बताया कि राज्य में कुल 1 लाख 20 हजार 286 टन प्लास्टिक रीसाइकिलिंग के लिए इकठ्ठा किया गया है। राज्य की 24 कंपनियां 550 टन प्लास्टिक से नए उत्पाद बना रहीं है। सीमेंट कंपनियां भी 3 हजार टन प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहीं हैं। इसके अलावा सड़के बनाने में भी प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। 7 फीसदी प्लास्टिक से डांबर तैयार कर उसे सड़क बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस चर्चा में शिवसेना के सुनील प्रभू, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार आदि सदस्यों ने हिस्सा लिया। 

गुजरात से आ रहा है प्लास्टिक 

कदम ने बताया कि राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान गुजरात के वापी से काफी प्लास्टिक अवैध तरीके से महाराष्ट्र में भेजा गया। राज्य में 80 फीसदी अवैध प्लास्टिक गुजरात से आ रहा है। लेकिन सीमा पर कड़ाई से जांच के बाद प्लास्टिक लाने वाले ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई की गई जिसके बाद अब इसमें कमी आई है। 

प्लास्टिक पाबंदी पर वसूला गए 4 करोड़ का दंड -  विधान परिषद प्रश्नोत्तर 

पाबंदी के बावजूद से प्लॉस्टिक बेचने वालों से 4 करोड़ 12 लाख 20 हजार 588 रुपए का दंड वसूला गया है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने नगर निकायों के साथ मिलकर 6369 दुकानों और प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें लगभग 8 लाख 36 हजार 875 किलो ग्राम प्लॉस्टिक जब्त की गई है। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में प्रदेश के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने यह जानकारी दी है। कदम ने बताया कि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा दोषी करार दिए गए 273 कारखानों को उत्पादन बंद करने का आदेश दिया गया है। इन कारखानों से 4 लाख 20 हजार रुपए का दंड वसूल किया गया है। इस कार्रवाई में लगभग 2 लाख 41 हजार 670 किली ग्राम प्लॉस्टिक जब्त की गई है। कांग्रेस सदस्य हरिसिंग राठोड ने पाबंदी के बावजूद राज्य में प्लॉस्टिक का इस्तेमाल शुरू करने को लेकर सवाल पूछा था।
 

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