जब मंत्रालय की छत पर चढ़े युवक ने दी जान देने की धमकी, मनाने पहुंचे गृह राज्यमंत्री

जब मंत्रालय की छत पर चढ़े युवक ने दी जान देने की धमकी, मनाने पहुंचे गृह राज्यमंत्री

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-10 15:16 GMT
जब मंत्रालय की छत पर चढ़े युवक ने दी जान देने की धमकी, मनाने पहुंचे गृह राज्यमंत्री

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मायानगरी स्थित मंत्रालय में फिल्मी सीन की तरह नौटंकी ने न केवल कर्मचारियों बल्कि मंत्री को भी पशोपेश में डाल दिया। हालांकि इस घटना ने वहां मौजूद भीड़ को फिल्म ‘शोले’ की याद जरूर दिया दी होगी। जिसमें अपनी मांगे मनवाने वीरू पानी की टंकी पर चढ़ जाता है और कूद कर जान देने की धमकी देता है। रील लाइफ के उस सीन की तरह रियल लाइफ में शुक्रवार को एक युवक इमारत की छत पर चढ़ गया। इसके बाद वो जान देने की धमकी देने लगा। शाम करीब 3.45 बजे मंत्रालय में अफरातफरी भरा माहौल दिखा।

मशक्कत के बाद युवक को नीचे उतारा
युवक काफी परेशान था, बार-बार कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर से मिलने की मांग कर रहा था। जबकि उस वक्त कृषि मंत्री वहां मौजूद नहीं थे। उसकी आवाज सुनकर भीड़ जुट गई। कर्मचारी अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगे, तो खबर का पता चलते ही मीडिया भी पहुंच गया। मंत्रालय में तैनात पुलिसकर्मी, आपदा प्रबंधन और फायर ब्रिगेड के जवान भी नेट लेकर ठीक नीचे खड़े हो गए। ताकि युवक की जान बचाई जा सके। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद युवक को नीचे उतारा गया। ज्ञानेश्वर उर्फ आनंद सालवे नामक युवक उस्मानाबाद का रहने वाला किसान है। जो सोयाबीन की उचित कीमत न मिलने से परेशान था। वो स्वामीनाथन समिति की सिफारिश लागू करने की भी मांग कर रहा था। 

युवक को मनाने पहुंचे गृह राज्यमंत्री
आपको बतादें, पुरानी इमारत की सातवीं मंजिल पर पहुंच कर कोई भी छत तक आसानी से पहुंच सकता है। इसी रास्ते सालवे छत पर पहुंच कर नीचे कूदने की धमकी देने लगा। गृह राज्यमंत्री डॉ रणजीत पाटील, शिक्षामंत्री विनोद तावडे, डीसीपी मनोज शर्मा, गृह विभाग के प्रधान सचिव रजनीश सेठ उससे बातचीत करने पहुंचे। शिक्षामंत्री तावडे के मुताबिक सालवे की कोई व्यक्तिगत मांग नहीं थी। वह सोयाबीन की खरीदारी के लिए समर्थन मूल्य और स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहा था। उसे आश्वासन दिया गया कि उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं होगा।

समर्थन मूल्य न मिलने से आई ऐसी नौबत
मंत्रालय में चले ड्रामे को लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने कहा कि कृषि उपज का उचित मूल्य न मिलने से किसानों में बेहद आक्रोश है। सरकार के नकारापन की वजह से किसानों को मंत्रालय तक आना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उस्मानाबाद के तुलजापुर का तरुण किसान ज्ञानेश्वर सालवे को अपनी मांगों को लेकर मंत्रालय की छत पर चढ़ना पड़ा। विखेपाटील ने कहा कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य 3050 घोषित किया गया है, लेकिन किसानों के हाथ में मुश्किल से 2200 रुपए ही आ रहे हैं। पूरे राज्य में किसानों के साथ लूट मची है।

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