भाजपाई बेटे का प्रचार कर रहे विखे पाटील के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

भाजपाई बेटे का प्रचार कर रहे विखे पाटील के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-10 12:03 GMT
भाजपाई बेटे का प्रचार कर रहे विखे पाटील के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल पर अपने बेटे अहमदनगर से भाजपा उम्मीदवार डॉ सुजय विखे पाटील के लिए प्रचार करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कांग्रेस से मांग की है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख अशोक चव्हाण को लिखे पत्र में राकांपा प्रवक्ता अंकुश काकाडे ने कहा कि यह ‘‘काफी गंभीर’’ है कि विपक्ष के नेता अहमदनगर सीट पर अपने बेटे सुजय विखे पाटिल महागठबंधन के उम्मीदवार संग्राम जगताप की बजाय भाजपा उम्मीदवार डा सुजय का प्रचार कर रहे हैं।

सीट बंटवारे के समझौते से पहले राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा था कि राकांपा अहमदनगर सीट कांग्रेस के हिस्से दें। राकांपा ने जब बात नहीं मानी तो उनके पुत्र भाजपा में शामिल हो गए, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विखेपाटील ने महागठबंधन के लिए प्रचार करने से खुद को अलग कर लिया। काकडे ने कहा, ‘‘विखे पाटिल खुलेआम मीडिया से कह रहे हैं कि ‘युति’ (भाजपा-शिवसेना-आरपीआई) वहां से विजयी होगा। इसके अलावा वह अपने बेटे के लिए प्रचार भी कर रहे हैं। इस बीच विखे पाटील के भाजपा में शामिल होने की अटकले तेज हो गई हैं। हालांकि अभी तक वे इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। चुनावी भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिषियों के लिए 21 लाख का इनाम

अंनिस ज्योतिषों को देगी 21 लाख का ईनाम
उधर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (अंनिस) ने ज्योतिषियों को चुनाव की सटीक भविष्यवाणी करने की चुनौती देते हुए 21 लाख रुपए ईनाम देने का ऐलान किया है। तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर ने अंनिस की स्थापना की थी। अंनिस ने सवालों की सूची जारी की है, जिनसे जवाब ज्योतिषियों को 20 मई से पहले अंनिस को भेजने होंगे। अंनिस ने साल 2014 लोकसभा चुनावों से पहले भी ज्योतिषियों को इसी तरह की चुनौती दी थी। उस वक्त भी किसी ज्योतिषी ने जवाब नहीं दिए थे। अंनिस पदाधिकारियों को शक है कि इस बार भी कोई ज्योतिष इसके लिए आगे नहीं आएगा।

अंनिस के राज्य सचिव अविनाश पाटील के मुताबिक हम लगातार सटीक भविष्यवाणी करने वालों को ईनाम देने का ऐलान करते हैं, लेकिन अब तक कोई इसका दावा करने सामने नहीं आया। जिन ज्योतिषियों को प्रतियोगिता में शामिल होना हो वे एक हजार रुपए के डिमांड ड्राफ्ट के साथ अपने जवाब भेज सकते हैं। ज्योतिषियों को पांच मुख्य और उनके सात उपप्रश्नों के सटीक उत्तर देने होंगे। ज्योतिषियों को बताना होगा कि चुनाव में किस पार्टी को बहुमत मिलेगा। कितनी महिलाएं चुनाव जीतेंगी। किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी और कितने मतदाता नोटा का चयन करेंगे। अंनिस पदाधिकारियों के मुताबिक ज्योतिषी विज्ञान नहीं है बल्कि यह लोगों को मूर्ख बनाने की कला है।

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