महागठबंधन में शामिल होने आंबेडकर ने मांगी 22 सीटें, नाणार परियोजना रद्द होने से नाराज बीजेपी नेता ने दिया इस्तीफा  

महागठबंधन में शामिल होने आंबेडकर ने मांगी 22 सीटें, नाणार परियोजना रद्द होने से नाराज बीजेपी नेता ने दिया इस्तीफा  

Tejinder Singh
Update: 2019-03-06 11:36 GMT
महागठबंधन में शामिल होने आंबेडकर ने मांगी 22 सीटें, नाणार परियोजना रद्द होने से नाराज बीजेपी नेता ने दिया इस्तीफा  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस-राकांपा गठबंधन में शामिल होने के लिए प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन आघाडी की मांग बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को कांग्रेस-राकांपा नेताओं के साथ हुए बैठक में पार्टी ने 22 सीटों की मांग कर दी। इसमें माढा, बारामती व नांदेड सीट भी शामिल है। आघाडी की इस मांग से कांग्रेस-राकांपा नेता चकरा गए हैं। बैठक में तय हुआ कि अब इस बाबत अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रकाश आंबेकर के बीच होने वाली बैठक में लिया जाएगा। बैठक में आंबेडकर खुद नहीं मौजूद थे। उनकी तरफ से लक्ष्मण माने व अशोक सोनावणे ने हिस्सा लिया। आघाडी नेताओं का कहना था कि वंचित बहुजन आघाडी ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इस लिए ये 22 जगहों की मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने 22 सीटों की मांग को अव्यवहारिक बताई है। इसके पहले आंबेडकर की तरफ से 12 सीटों की मांग की गई थी।   

नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना रद्द होने से नाराज भाजपा जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा    

शिवसेना के दबाव में नाणार  ग्रीन रिफायनरी परियोजना रद्द किए जाने से नाराज सिंधुदुर्ग के भाजपा जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रमोद जाठार ने भाजपा जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जाठार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेज दिया। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और शिवसेना के बीच जिवन शर्तों को लेकर गठबंधन हुआ है, उसमे नाणार ग्रीन परियोजना रद्द करना भी शामिल था। दोनों दलों के बीच गठबंधन की घोषणा के बाद ही सरकार ने नाणार परियोजना के लिए भूमि अधिग्रिहण प्रस्ताव रद्द कर दिया है। जाठार का कहना है कि नाणार परियोजना रद्द करने से कोंकण का विकास ठप हो जाएगा। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। जाठार ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि नाणार की बलि चढ़ा कर राज्य में गठबंधन नहीं होना चाहिए। यदि नाणार रद्द किया गया तो चुनाव लड़ने के अलावा मेरे पास दूसरा विकल्प नहीं बचेगा। मैं जनता के बीच जाऊंगा, मैं किसी से घबराता नहीं। जाठार के तेवर बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में वे शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ उतर सकते हैं।

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