डिब्बेवालों के संगठन को एक कर्मचारी ने लगाया 25 लाख का चूना

डिब्बेवालों के संगठन को एक कर्मचारी ने लगाया 25 लाख का चूना

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-19 11:35 GMT
डिब्बेवालों के संगठन को एक कर्मचारी ने लगाया 25 लाख का चूना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुनियाभर में अपने मैनेजमेंट का लोहा मनवा चुके डिब्बे वालों के संगठन को एक कर्मचारी ने अपने भाई के साथ मिलकर चूना लगा दिया। आरोप है कि डिब्बेवालों से करीब 25 लाख की ठगी की गई। शिकायत मिलने के बाद शिवाजी नगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। मामले में मयूर कांती और ऋषभ कांती नामक दो लोगों पर ठगी का आरोप है। 

दुनियाभर से मिलती मदद

डिब्बेवालों को दुनियाभर से आर्थिक मदद मिलती है। आरोपियों ने इसी का फायदा उठाकर फर्जी कंपनी बनाई और डिब्बों वालों के लिए मिली मदद अपने खाते में जमा कर ली। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

क्या है मामला ?

कामकाजी लोगों का डिब्बा 120 सालों से समय पर और व्यवस्थित पहुंचाने के लिए मशहूर डिब्बेबालों का दादर इलाके में ऑफिस है। जहां मयूर पिछले दो सालों से वालंटियर के तौर पर काम कर रहा था। मयूर ने डिब्बे वालों के लिए मिलने वाली आर्थिक मदद अपने भाई की कंपनी में डालनी शुरू कर दी। संगठन से जुड़े संभाजी मेदगे ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि पिछले कुछ महीनों में मिले 24 लाख 39 हजार रुपए ऋषभ के खाते में जमा करा दिए गए। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई थी। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

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