राष्ट्रीय आरोग्य निधि आरएएन योजना के तहत मिलने वाली सहायता अपर्याप्त, जलील ने लोकसभा में उठाया मुद्दा

राष्ट्रीय आरोग्य निधि आरएएन योजना के तहत मिलने वाली सहायता अपर्याप्त, जलील ने लोकसभा में उठाया मुद्दा

Tejinder Singh
Update: 2021-02-03 15:47 GMT
राष्ट्रीय आरोग्य निधि आरएएन योजना के तहत मिलने वाली सहायता अपर्याप्त, जलील ने लोकसभा में उठाया मुद्दा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। औरंगाबाद से सांसद सैय्यद इम्तियाज जलील ने बुधवार को लोकसभा में गरीबी रेखा से नीचे के रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली केन्द्र की राष्ट्रीय आरोग्य निधि (आरएएन) योजना के तहत मिलने वाली वर्तमान सहायता राशि बढाने की मांग उठाई। सांसद जलील ने कहा कि राष्ट्रीय आरोग्य निधि के तहत दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए पीडितों को वित्तीय सहायता के तौर पर 15 लाख रुपये दिए जाने का प्रावधान है, लेकिन यह राशि गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों खासकर बच्चों के इलाज काफी अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि केन्द्र ने पहली बार 2017 में दुर्लभ और अनुवांशिक रोगों के इलाज के लिए राष्ट्रीय नीति तैयार की थी। इसमें खामियों के कारण सरकार ने इसे प्रभावहीन कर नई नीति 2020 के मसौदे को अंतिम रुप दिया जा रहा है। इसलिए कई राज्यों में ऐसे मामले बढ़ रहे है। अकेले महाराष्ट्र में तो 8 बच्चों को जान गंवानी पड़ी है।

उन्होंने कहा कि इस योजना में खामियों के चलते जानलेवा बीमारियों से ग्रसित मरीज इसके तहत इलाज के लिए आर्थिक मदद का लाभ उठा पाने में असमर्थ है। ऐसे रोगियों की ओर से अनुरोधों और याचिकाओं के बावजूद केन्द्र सरकार का उन्हें सहायता प्रदान करने के प्रति उदासीन रवैया दिख रहा है। 

 

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