किसी भी हाल में ‘पद्मावती’ को रिलिज न होने दे सेंसर बोर्ड: आठवले
किसी भी हाल में ‘पद्मावती’ को रिलिज न होने दे सेंसर बोर्ड: आठवले
डिजिटल डेस्क, मुंबई। फिल्म ‘पद्मावती’ विवाद में अब केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले भी कूद पड़े हैं। आठवले ने कहा है कि फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर राजपूत समाज की आपत्तियों के समाधान के बगैर सेंसर बोर्ड फिल्म रिलीज होने की अनुमति न दे। आठवले ने कहा कि सेंसर बोर्ड के बिना अनुमति के फिल्म के डायरेक्टर ने मीडिया स्क्रिनिंग करके बड़ी गलती की है। मंगलवार को बांद्रा स्थित संविधान बंगले पर आठवले से राजस्थान प्रवासी परिषद और कर्णी सेना के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। आठवले ने कहा कि जब तक फिल्म के विवादित सीन को नहीं हटाया जाता, तब तक पूरे देश में आरपीआई फिल्म का विरोध करेगी।
राजपूत समाज में पद्मावती के प्रति श्रद्धा की भावना
आठवले ने कहा कि पद्मावती मेवाड की महान रानी थी। राजपूत समाज में उनके प्रति काफी श्रद्धा की भावना है। ऐसी ऐतिहासिक संवेदनशील विषय पर फिल्म बनाते समय किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए। आठवले ने कहा कि राजपूत समाज ने फिल्म को लेकर जो आपत्ति जताई है उस पर विचार होना चाहिए। सेंसर बोर्ड को आपत्ति जनक दृश्यों को काट देना चाहिए।
पर्यटन मंत्री ने भी किया था विरोध, सरकार ने कहा था सेंसर बोर्ड को लिखेंगे पत्र
इससे पहले ‘पद्मावती’ को लेकर क्षत्रिय संगठन के प्रतिनिधियों ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी। राज्य के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल भी मौजूद थे। रावल ने कहा था कि इस फिल्म के आपत्तिजनक दृश्यों की वजह से कानून-व्यवस्था के लिए समस्या पैदा हो सकती है। इस लिए सरकार फिल्म सेंसर बोर्ड को पत्र लिखेगी। इसके बाद अब मंत्री रामदास आठवले भी विवाद में कूदे हैं उन्होंने ‘पद्मावती’ को लेकर राजपूत समाज की आपत्तियों के समाधान के बगैर सेंसर बोर्ड फिल्म रिलीज होने की अनुमति न देने को कहा है।