कागजों तक सिमटी योजना, पोषण राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

कागजों तक सिमटी योजना, पोषण राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-03 08:06 GMT
कागजों तक सिमटी योजना, पोषण राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

डजिटल डेस्क,शहडोल। जिले में बैगा महिलाओं के लिए संचालित पोषण आहार योजना का लाभ सभी को नहीं मिल रहा है। रोजाना बैगा विकास अभिकरण कार्यालय में महिलाएं अपना आवेदन लेकर पहुंचती हैं। मंगलवार को पिपरिया गांव की करीब एक दर्जन महिलाएं योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत लेकर पहुंची थीं। योजना के तहत परिवार ही महिला मुखिया को पोषण आहार के लिए एक हजार रुपए प्रति माह मिलने हैं। मंगलवार को पिपरिया की चंपी बैगा, सीरवती, मुन्नी, अतुल बैगा, सीता, द्रौपदी, गायत्री, श्याम बाई, कुसुम बैगा आदि अपनी समस्या लेकर कार्यालय पहुंची थीं। उनका कहना था कि पिछले साल राखी के समय उनको पैसे मिले थे। किसी के खाते में पांच हजार तो किसी को 6 हजार रुपए मिले थे। उसके बाद से अब तक राशि नहीं मिली है। उनकी शिकायत यह भी थी कि बार-बार आने के बाद भी कोई सही जानकारी नहीं देता है। काम छोड़कर यहां आते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। इसी तरह अन्य ग्राम पंचायत की महिलाएं भी योजना के तहत राशि नहीं मिलने की शिकायत लेकर कार्यालय में पहुंचती हैं।

मई तक का हुआ भुगतान

बैगा विकास अभिकरण के अधिकारियों के मुताबिक मई तक जिले की 21938 महिलाओं को राशि का भुगतान किया जा चुका है। महिलाओं के खातों में मार्च, अप्रैल और मई माह की राशि अंतरित की गई है। हर माह 2 करोड़ 19 लाख 38 हजार रुपए खातों में डाले गए हैं। करीब 40 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन फेल हुआ है। फेल ट्रांजेक्शन में खाता नंबर गलत होना, आईएफसी कोड गलत होना, खातों में आधार लिंक नहीं होना जैसी समस्याएं हैं, जिन्हें दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। योजना के तहत नए नाम विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जुड़ना है, इसलिए नए आवेदन वहीं पर किए जा सकते हैं।

इनका कहना है

21 हजार से अधिक हितग्राहियों को मई तक का भुगतान कर दिया गया है। कुछ ट्रांजेक्शन फेल हुए हैं, उनकी जांच कराई जा रही है। अब सभी हितग्राहियों के खाते एमपी टास्क पोर्टल में भी दर्ज किए जा रहे हैं। प्रकाश कुमार प्रयास (परियोजना प्रशासक, बैगा विकास अभिकरण)
 

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