स्मारक में बोलते नजर आएंगे बाला साहेब ठाकरे, बनाई जा रही वर्चुअल इमेज 

स्मारक में बोलते नजर आएंगे बाला साहेब ठाकरे, बनाई जा रही वर्चुअल इमेज 

Tejinder Singh
Update: 2019-01-23 14:17 GMT
स्मारक में बोलते नजर आएंगे बाला साहेब ठाकरे, बनाई जा रही वर्चुअल इमेज 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे दादर स्थित महापौर बंगले में बनाए जाने वाले स्मारक में बोलते नजर आएंगे। इसके लिए स्मारक में बालासाहब की वर्चुअल इमेज साकार किया जाएगा। बुधवार को बालासाहब की जंयती के मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में महापौर बंगले में गणेशपूजा व आरती की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में महापौर बंगले की जगह का हस्तांतरण पत्र बालासाहब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट को सौंप दिया गया। मुंबई मनपा के महापौर विश्वनाथ म्हडेश्वर और आयुक्त अजोय मेहता ने ट्रस्ट के अध्यक्ष उद्धव को महापौर बंगले की जगह का कब्जा पत्र और करारनामा सौंपा। भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री के अलावा सांसद पूनम महाजन मौजूद थीं। लगभग ढाई हजार वर्ग फिट में फैले महापौर बंगले में बालासाहब का स्मारक बनाया जाएगा। स्मारक के लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए देने का फैसला किया है। 

स्मारक ट्रस्ट के सदस्य व वास्तुकार शशि प्रभु ने कहा कि बालासाहब अभी लोगों को फिल्म और वीडियों में नजर आते हैं लेकिन नई तकनीक की मदद से स्मारक में बालासाहब की वर्चुअल इमेज तैयार की जाएगी। यह लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसको साकार करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। प्रभु ने कहा कि स्मारक में एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जहां पर छोटे बच्चों से लेकर सीनियर आर्टिस्ट तक कार्टून बना सकेंगे। प्रभु ने कहा कि महापौर बंगले की इमारत एक धरोहर स्थल है। इसलिए इमारत के बाहरी हिस्से में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इमारत के भीतरी हिस्से में थोड़ा परिवर्तन किया जाएगा। इसके लिए हेरिटेज कमेटी से प्लान को मंजूर कराना पड़ेगा। प्रभु ने कहा कि महापौर बंगले में स्मारक का काम भूमिगत करने के बारे में अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। स्मारक में फोटोग्राफी, कार्टून और कला से जुड़ी सामग्री नजर आएगी। शिवसेना नेता व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहब ने जीवन में कभी सरकार में कोई पद नहीं लिया लेकिन उनका प्रभाव पूरे देश भर में रहा। बालासाहब का स्मारक नई पीढ़ी के लिए प्ररेणादायी साबित होगा। 

बालासाहब ठाकरे के स्मारक के बहाने शिवसेना और भाजपा करीब नजर आई। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दोनों दलों के गठबंधन के सवाल पर मंत्री शिंदे कोई जवाब दिए बगैर चले गए। हालांकि महापौर बंगले के कॉन्फ्रेंस रूम में मुख्यमंत्री और उद्धव ठाकरे ने कुछ देर तक अलग से बैठक की। 
 

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