बैंकों ने पूरा नहीं किया कर्ज बांटने का टारगेट ,980 करोड़ में से बंटा 290 करोड़ 37 लाख

बैंकों ने पूरा नहीं किया कर्ज बांटने का टारगेट ,980 करोड़ में से बंटा 290 करोड़ 37 लाख

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-04 13:45 GMT
बैंकों ने पूरा नहीं किया कर्ज बांटने का टारगेट ,980 करोड़ में से बंटा 290 करोड़ 37 लाख

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 30 जून तक खरीफ फसल का 290 करोड़ 37 लाख रुपए कर्ज बंटने की जानकारी सामने आई है। 30 जून तक 30 फीसदी ही कर्ज दिया गया है। शासन व प्रशासन की सख्ती के बावजूद कई राष्ट्रीयकृत बैंक तय टारगेट तक फसल कर्ज नहीं बांट सके। राज्य सरकार ने जिले में खरीप फसल के लिए कर्ज का टारगेट 979 करोड़ 95 लाख रुपए रखा है। किसानों को ज्यादा से ज्यादा फसल कर्ज आसानी से मिल सके, इसलिए हर तहसील में किसान सम्मेलन हो रहे हैं। 30 जून तक 26 हजार 62 किसानों को 290 करोड़ 37 लाख यानी 30 फीसदी कर्ज बांटा गया है। गत वर्ष 30 जून तक 256 करोड़ 17 लाख यानी 24 फीसदी ही कर्ज बांटा गया था। गत वर्ष की तुलना इस बार कर्ज वितरण में 6 फीसदी की वृध्दि हुई, लेकिन शासन व प्रशासन की दृष्टि से यह उल्लेखनीय वृध्दि नहीं है। जून के आखरी सप्ताह हुई मीटिंग में जिलाधीश अश्विन मुदगल ने किसानों से संपर्क कर कर्ज लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा था। साथ ही रेशो से कम कर्ज बांट रहे बैंकों को सुधर जाने की चेतावनी दी थी। लगता है जिलाधीश की चेतावनी का बैंकों पर बहुत ज्यादा असर नहीं हो सका है। 
 
कर्ज बांटने में ये चार बैंक आगे 

किसानों को कर्ज बांटने में नागपुर जिला मध्यवर्ती सहकारी (एनडीसीसी) बैंक, बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ महाराष्ट्र व बैंक आफ बडौदा आगे है। एनडीसीसी बैंक ने 33 करोड़ 21 लाख (टारगेट का 36 फीसदी), बैंक आफ इंडिया ने 82 करोड़ 13 लाख (टारगेट का 40 फीसदी), बैंक आफ महाराष्ट्र ने 37 करोड़ 44 लाख (टारगेट का 46 फीसदी) व बैंक आफ बडैादा ने 24 करोड़ 63 लाख (टारगेट का 38 फीसदी) फसल कर्ज किसानों को बांटा है। बाकी सभी बैंकों ने 30 फीसदी से कम कर्ज बांटा है। 
 
कम कर्ज बांटने वाले बैंकों पर होगा फोकस 

किसानों को आसानी से ज्यादा से ज्यादा फसल कर्ज मिले, इसलिए प्रशासन हरसंभव कदम उठा रहा है। गत वर्ष की तुलना कर्ज वितरण के आंकडे में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन प्रशासन और बढोतरी की उम्मीद करता है। जिन बैंकों ने कम कर्ज बांटा उन बैंकों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। बैंकों को इस संबंध में विशेष सूचनाएं देने के साथ ही कर्ज वितरण में सुधार करने की हिदायत दी जाएगी।  -रवींद्र खजांजी, निवासी उपजिलाधीश नागपुर. 

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