राजनीतिक आरक्षण के लिए मान्य करें इम्पेरिकल डेटा
भुजबल की केन्द्र से मांग राजनीतिक आरक्षण के लिए मान्य करें इम्पेरिकल डेटा
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। उज्ज्वला गैस योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि योजनाओं के लाभार्थियों को इम्पेरिकल डेटा पर आधारित लाभ दिया जा रहा है, लेकिन उसे स्वीकारने से इनकार कर अन्य पिछड़ा वर्ग अर्थात ओबीसी राजनीतिक ओबीसी आरक्षण देने में नानुकर की जा रही है। केन्द्र सरकार पर यह आरोप लगाते हुए सार्वजनिक खाद्य आपूर्ति एवं ग्राहक संरक्षण मंत्री छगन भुजबल ने इम्पेरिकल डेटा को मान्यता देने की मांग की। औरंगपुरा स्थित महात्मा फुले चौक में सोमवार को महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर फुले दंपति की प्रतिमाओं का अभिवादन किया। समाज की 9 विभूतियों को पुरस्कार प्रदान समारोह में वे बोल रहे थे।भुजबल ने कहा कि, कोरोना की आड़ में केन्द्र सरकार कब तक जनगणना कार्यक्रम टालती रहेगी। भुजबल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कागजी घोड़े नचाकर ओबीसी का राजनीतिक आरक्षण खत्म करने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसकी मंशा सफल होने नहीं दी जाएगी।
- शरद पवार के बंगले पर हमले के पीछे किसका दिमाग है?
शरद पवार के मुंबई स्थित बंगले पर एसटी कर्मियों द्वारा किए हमले को लेकर आश्चर्य जताते हुए भुजबल ने कहा कि इसके पीछे किसका हाथ और दिमाग है इसकी जांच जारी है।
- ईडी का पहला शिकार मैं बना था, लेकिन डिगा नहीं
कार्यक्रम में भुजबल ने अनूठे अंदाज में कहा कि देश में क्या चल रहा है, कुछ समझ में नहीं आ रहा। मुंह खोलने पर प्रवर्तन निदेशालय अर्थात ईडी द्वारा छापे डलवाकर अपराध दर्ज कराए जा रहे हैं। इसका शिकार वे खुद हो चुके हैं। उनका इशारा महाराष्ट्र सदन के घोटाले की ओर था, जिसके घोटाले को लेकर वे खुद ढाई वर्ष जेल की सजा काट चुके हैं।
- पवार ने दिलवाया महिलाओं को 50% आरक्षण
भुजबल ने याद दिलाया कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान मंडल आयोग लागू किया गया था और जालना में आयोजित समता परिषद के अधिवेशन में इसकी हामी भरी थी। इसके अलावा महिलाओं को राजनीति में 50 फीसदी आरक्षण दिलाने, वीजेएनटी में श्रेणी निश्चित करने में भी उन्होंने अहम भूमिका रही।