मनसे से भाजपा का गठबंधन नहीं, पाटील बोले- पहले परप्रांतियों को लेकर अपनी भूमिका बदलें

मनसे से भाजपा का गठबंधन नहीं, पाटील बोले- पहले परप्रांतियों को लेकर अपनी भूमिका बदलें

Tejinder Singh
Update: 2021-01-29 16:29 GMT
मनसे से भाजपा का गठबंधन नहीं, पाटील बोले- पहले परप्रांतियों को लेकर अपनी भूमिका बदलें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा है कि राज्य में होने वाले आगामी चुनाव में भाजपा और मनसे एक साथ नहीं आ सकते। पाटील ने कहा कि जब तक मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की परप्रांतियों के बारे में भूमिका नहीं बदलती है तब तक भाजपा और मनसे का गठबंधन नहीं हो सकता है। शुक्रवार को सोलापुर में पत्रकारों से बातचीत में पाटील ने कहा कि राज्य में 80 प्रतिशत भूमिपत्रों को नौकरी देने का कानून है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश और बिहार के रिक्शा व टैक्सी चालकों को रोकना उचित नहीं है। पाटील ने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे को आगे बढ़ाने पर राज का स्वागत है पर परप्रांतियों को लेकर मनसे की भूमिका को देखते हुए भाजपा और मनसे साथ नहीं आ सकते। इस दौरान पाटील ने कहा कि राज्य में 1 मार्च से शुरू होने वाले बजट अधिवेशन में किसानों समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार से संघर्ष किया जाएगा। सरकार की ओर से घरेलू मजदूरों को एक रुपए का भी पैकेज नहीं दिया गया। 

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री का बयान गलत

पाटील ने कहा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी की मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की मांग वाला बयान गलत है। हम कर्नाटक के भाजपा नेताओं के बयान की निंदा करते हैं। इस बारे में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के सामने अपना पक्ष रखेंगे। पाटील ने कहा कि प्रदेश भाजपा की भूमिका है कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा इलाकों के 842 गांवों में रहने वाले मराठी भाषियों को भूभाग के साथ में महाराष्ट्र में शामिल होना चाहिए। लेकिन फिलहाल इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ऐसे में राज्य सरकार को सीमा विवाद पर बयान देने की जरूरत क्या थी। सरकार मराठा आरक्षण समेत दूसरे समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए नया मुद्दा सामने लाने की कोशिश करती रहती है। 

Tags:    

Similar News