आखिर में हो ही जाएगा भाजपा - शिवसेना के बीच गठबंधन : आठवले

आखिर में हो ही जाएगा भाजपा - शिवसेना के बीच गठबंधन : आठवले

Tejinder Singh
Update: 2019-01-10 16:48 GMT
आखिर में हो ही जाएगा भाजपा - शिवसेना के बीच गठबंधन : आठवले

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आरपीआई अध्यक्ष तथा केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने विश्वास जताया है कि लोकसभा चुनाव के लिए आखिरी समय में भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों दल 30 सालों से एक साथ में हैं। इसलिए आगामी चुनाव के लिए भी गठबंधन होना चाहिए। आठवले ने कहा कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन होने पर आरपीआई लोकसभा की दो सीटें ही मांगेगी। यदि गठबंधन नहीं हो पाता है तो आरपीआई भाजपा से चार सीटों की मांग करेगी। 

आठवले ने कहा कि वे दक्षिण मध्य-मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार आरपीआई दक्षिण मध्य- मुंबई के अलावा रामटेक, लातूर और सोलापुर लोकसभा सीट भाजपा से मांगेगी। गुरुवार को मुंबई मराठा पत्रकार संघ की तरफ से आयोजित वार्तालाप कार्यक्रम में आठवले ने कहा कि दक्षिण मध्य- मुंबई सीट शिवसेना के पास है। यदि गठबंधन होता है तो मैं शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से यह सीट छोड़ने की मांग करूंगा। इसके बदले में शिवसेना को राज्य की सभी सीटों पर आरपीआई के वोटों का फायदा मिलेगा।

आठवले ने कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा ने मुझे राज्यसभा की सीट दी। यदि शिवसेना मुझे राज्यसभा की सीट देने के लिए तैयार होती तो मैं साल 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के साथ ही रहता। आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा। यह कहा नहीं जा सकता है, लेकिन आरपीआई कोटे के मंत्रियों को शपथ दिलाने की मांग जल्द ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की जाएगी। 

भारिप-एमआईएम गठबंधन से कांग्रेस को नुकसान
एक सवाल के जवाब में आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में भारिप बहुजन महासंघ और एमआईएम के गठजोड़ से कांग्रेस का नुकसान होगा, जबकि भाजपा और शिवसेना को इसका फायदा मिलेगा। वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से कांग्रेस को वोटों का नुकसान होगा। 

सवर्ण आरक्षण का विरोध करने वाले बाबा साहेब के विचारों के खिलाफ
आठवले ने कहा कि सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करने वालों को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के विचारधारा मान्य नहीं है। आठवले ने कहा कि डा आंबेडकर ने जिस भारत की परिकल्पना की थी उसको साकार करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। 

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