छिंदवाड़ा: मोआरी माइंस में गैस रिसाव, दो दिन से उत्पादन ठप

छिंदवाड़ा: मोआरी माइंस में गैस रिसाव, दो दिन से उत्पादन ठप

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-19 15:02 GMT
छिंदवाड़ा: मोआरी माइंस में गैस रिसाव, दो दिन से उत्पादन ठप

डिजिटल डेस्क, जुन्नारदेव/ छिंदवाड़ा। अंबाड़ा सब एरिया के अंतर्गत अपने मोआरी भूमिगत खदान में सोमवार को एक बार फिर गैस रिसाव प्रारंभ हो गया। खदान के फोर लेवल सेक्शन में गैस रिसाव हो रहा था, जिसके बाद प्रबंधन से कामगारों की सुरक्षा को देखते हुए दूसरी पाली में कामगारों को माइंस में उतरने से रोक दिया। गैस रिसाव की घटना के लिए कमजोर स्टापन को माना जा रहा है। गैस रिसाव के बाद नागपुर, परासिया और दमुआ से रेस्क्यू टीम माइंस पहुंची है। मंगलवार को रेस्क्यू टीम का ऑपरेशन जारी था।

लापरवाही से फिर हुआ रिसाव
मंगलवार को भी सुबह और शाम की पाली में कामगार काम करने नहीं उतरे, जिसके कारण माइंस में कोल उत्पादन पूरी तरह ठप रहा। मोआरी माइंस में लगभग एक साल पहले इसी सेक्शन में गैस रिसाव की घटना घटित हुई थी, जिसके बाद स्टापन का निर्माण कार्य किया गया था। बताया जाता है कि इस कार्य में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण इसी सेक्शन में दोबारा गैस रिसाव की घटना घटित हुई है। मोआरी माइंस में बार-बार घटित हो रही गैस रिसाव की घटना से कामगार भी सकते में है। रेस्क्यू टीम के सदस्य गैस रिसाव पर रोक लगाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं, लेकिन मंगलवार शाम तक टीम के सदस्यों का कार्य जारी था।

बंद रहा काम
मोआरी माइंस में प्रतिदिन तीन शिफ्ट में कोल उत्पादन होता है। रोजाना भूमिगत खदान से लगभग 600 टन कोयले का उत्पादन होता है, लेकिन गैस रिसाव की घटना के बाद मंगलवार को भी माइंस में कोल उत्पादन ठप रहा। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही माइंस में कोल उत्पादन प्रारंभ होने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से कर्मचारी दहशत में हैं। कर्मचारियों का कहना है कि स्थिति को शीघ्र ही सुधारा जाए, ताकि वे अच्छे से कार्य कर सकें।

इनका कहना है
मैं अभी क्षेत्र से बाहर हूं। मुझे इस संबंध में जानकारी मिली है। रेस्क्यू टीम ने माइंस में कार्य प्रारंभ कर दिया है।
विपिन कुमार, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अंबाड़ा

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