मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पीने के लिए खरीदना पड़ राह पानी, वार्डवासियों ने किया प्रदर्शन

मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पीने के लिए खरीदना पड़ राह पानी, वार्डवासियों ने किया प्रदर्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-17 11:45 GMT
मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पीने के लिए खरीदना पड़ राह पानी, वार्डवासियों ने किया प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। कोयलांचल में पेयजल संकट के आसार मार्च में ही दिखने लगे थे और अप्रैल के प्रथम सप्ताह से क्षेत्र में भीषण जल संकट शुरू हो गया है। अब क्षेत्र में पानी खरीदकर पीने की नौबत आ गई है। परासिया, चांदामेटा, बड़कुही, न्यूटन चिखली सहित आसपास के एक दर्जन ग्रामों में भी 5 रुपए में एक केन, पीपा अथवा गुंडी पानी खरीदा जा रहा है। वहीं 50 रुपए में एक ड्रम और 350 रुपए से 400 रुपए में प्रति टैंकर पानी बिक रहा है। पेयजल संकट का फायदा उठाने क्षेत्र में पानी का कारोबार भी जोरों पर है। बिना किसी उपचार के सादा पानी केन में भरकर बेचा जा रहा है। वहीं 18 लीटर की एक केन की कीमत 30 से 40 रुपए तक है, जबकि यह पानी बोर या झिरिया से भरकर सीधे घरों में पहुंच रहा है।

नगर में आलम यह है कि छोटे लगेज वाहनों में पानी की टंकियां रखकर पानी का व्यापार करने वाले घरों घर व दुकानों में जाकर केन रिफिल कर रहे हैं। पूरे क्षेत्र में लगभग तीन हजार पानी की केन रोज सप्लाई की जा रही हैं। नगर पालिका परिषद और वेकोलि लोगों के लिए शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। जिससे लोग पानी खरीदने मजबूर हैं।

वार्डवासियों ने किया सांकेतिक प्रदर्शन 
नगरनिगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 18 कुंडीपुरा थाने के पीछे चांद रोड क्षेत्र में रहने वाले तकरीबन 100 परिवार के लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है । नगरनिगम जलप्रदाय विभाग के अनुसार यहां पर जो नलकूप से पानी की सप्लाई होती थी वह सूख गया है जिसके कारण टैंकर से सप्लाई की जा रही है । वार्ड नंबर 18 में सुबह 10 बजे चांद रोड निवासियों ने नियमित जलापूर्ति न होने के चलते प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान केंद्रित करने के लिए सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया। हालांकि यह अच्छी बात रही कि वार्डवासियों की चेतावनी के कारण समय से 2 घंटे पहले ही पानी की आपूर्ति शुरू हो गई। इसके बावजूद वार्डवासियों का कहना था कि जब आज पानी दे सकते है तो पहले से क्यों नहीं दिया।

रहवासी रविशंकर पांडेय ने बताया कि आज तो पानी मिल गया है यदि आगे पानी नहीं मिलता है तो ऐसे ही  विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। क्षेत्र के लोगों ने संकल्प लिया कि यदि क्षेत्र में नियमित जलापूर्ति नहीं होती है तो आगामी चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे। हालांकि इस बीच भी किसी जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुए। सवाल उठता है कि अब तक पानी की कमी बताकर 1 माह से बाधित आपूर्ति का कारण बताया जा रहा था, जो बुधवार सुबह के समय पहले ही पानी की आपुर्ति कैसे कर दी।

इनका कहना है
मेरे वार्ड के इस क्षेत्र में पेयजल संकट के लिए कई बार लिखित मौखिक जानकारी नगरनिगम में दे चुका है, लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है। पानी टंकी बनी हुई है यदि इसमें पानी पहुंच जाए तो क्षेत्र में पेयजल संकट से निपटा जा सकता है। 
- अभिलाष गोहेर, पार्षद
 

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