बच्चों की पिटाई मामले में राहुल को ट्वीट पड़ा भारी, बाल आयोग ने भेजा नोटिस

बच्चों की पिटाई मामले में राहुल को ट्वीट पड़ा भारी, बाल आयोग ने भेजा नोटिस

Tejinder Singh
Update: 2018-06-19 15:36 GMT
बच्चों की पिटाई मामले में राहुल को ट्वीट पड़ा भारी, बाल आयोग ने भेजा नोटिस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जलगांव में कुएं में नहाने के आरोप में दलित बच्चों की पिटाई के मामले में ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फंस गए हैं। महाराष्ट्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ट्वीट के जरिए बच्चों की पहचान उजागर करने के मामले में उन्हें नोटिस भेजकर सफाई मांगी है। आयोग ने राहुल से मामले में 10 दिन में जवाब देने को कहा है।

कुछ दिनों पहले जलगांव जिले के जामनेर में कुंए में तैरने के आरोप में बच्चो की नग्न कर पिटाई की गई थी। राहुल गांधी ने घटना का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था। इस वीडियो में बच्चों का चेहरा नजर आ रहा था। मुंबई के अमोल जाधव नाम के शख्स ने मामले की शिकायत आयोग से करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ जेजे एक्ट और पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की थी।

जेजे एक्ट की धारा 74 के तहत पीड़ित बच्चों की ऐसी तस्वीर-वीडियो सार्वजनिक करना अपराध है, जिससे उनकी पहचान उजागर हो। इसी तरह पाक्सो कानून के तहत दर्ज मामलों में भी पीड़ित बच्चों की पहचान उजागर करने वाली तस्वीरें, वीडियों सार्वजनिक करना धारा 23 के तहत गैरकानून है। दोनों कानूनों के उल्लंघन के आरोप में राहुल गांधी को नोटिस देकर सफाई मांगी गई है। 

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