सीजेआई बोबड़े ने उठाया क्रिकेट का लुत्फ, कहा- जो आनंद मिल रहा है, उसका जवाब नहीं

सीजेआई बोबड़े ने उठाया क्रिकेट का लुत्फ, कहा- जो आनंद मिल रहा है, उसका जवाब नहीं

Tejinder Singh
Update: 2020-01-19 13:14 GMT
सीजेआई बोबड़े ने उठाया क्रिकेट का लुत्फ, कहा- जो आनंद मिल रहा है, उसका जवाब नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सुप्रीम कोर्ट में न्याय की कुर्सी पर बैठकर फैसला सुनाने वाले मुख्य न्यायाधीश शरद अ​रविंद बोबड़े रविवार को एक अलग ही अंदाज में दिखे। क्रिकेटर की भूमिका में उन्होंने न सिर्फ बल्ला थामा, बल्कि शानदार 4 चौके भी लगाए। क्रिकेट को लेकर गहरी रुचि दर्शाते हुए उन्होंने कहा कि जो आनंद मिल रहा है उसका जवाब नहीं है।   

 

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया तीन दिन से नागपुर में हैं। रविवार सुबह नागपुर में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएसन के मैदान पर उन्होंने क्रिकेट खेला। खेल का आयोजन नागपुर हाईकोर्ट बार एसोसिएसन की ओर से किया गया था। मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मुकाबले में सीजेआई बोबड़े ने 30 गेंद पर 18 रन बनाए। इनमें 4 चौके शामिल हैं। मुकाबले में उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति भूषण गवई, मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ के प्रशासकीय न्यायमूर्ति रवि देशपांडे भी शामिल हुए।

सीजेई बोबड़े का सादगीपूर्ण जीवन पहले से ही लोगों के बीच आकर्षक का केंद्र रहा है। न्याय के क्षेत्र में शिखर में पहुंचने के बाद भी वे एक दम सामान्य हैं। नागपुर के न्यायालय में उन्होंने वकालत की है। लिहाजा उनके यहां पर पुराने मित्रों की कमी नहीं है। पुराने मित्रों के बीच वे स्कूली मित्रों की तरह सहज रहते हैं। अयोध्या में राम मंदिर मामले में निर्णायक जजों की टीम में प्रमुख स्थान पर रहे बोबड़े का वक्तव्य भी दार्शनिक अंदाज का रहता है।

मुझे आज सही मायने में सम्मान मिला
बीते दिन उन्होंने पुस्तक विमोचन व विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपस्थिति दर्ज कराई। दोनों जगह उनका वक्तव्य सराहा गया। उन्होंने विश्वविद्यालयों को ईंट गारा तैयार करने वाला संस्थान तैयार करने की मानसिकता से दूर रहने को कहा। शाम को नागपुर महानगर पालिका की ओर से सम्मानित किया गया तो वे भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे आज सही मायने में सम्मान मिला है। अपनों के बीच सम्मानित होकर लग रहा है कि मैं सीजेआई बन गया हूं।  

Tags:    

Similar News