कांग्रेस नेताओं ने दफ्तर पहुंचकर सीईओ के स्टेनो को लगाई फटकार - मामला पंचायत सचिवों के ट्रांसफर

कांग्रेस नेताओं ने दफ्तर पहुंचकर सीईओ के स्टेनो को लगाई फटकार - मामला पंचायत सचिवों के ट्रांसफर

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Update: 2019-09-20 09:25 GMT
कांग्रेस नेताओं ने दफ्तर पहुंचकर सीईओ के स्टेनो को लगाई फटकार - मामला पंचायत सचिवों के ट्रांसफर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। पंचायत सचिवों के ट्रांसफर अब विवाद की वजह भी बन रहे है।  गुरुवार को कांग्रेस की एक बैठक में सचिवों व रोजगार सहायकों के ट्रांसफर को लेकर शिकवा-शिकायतों के बाद कांग्रेस के प्रमुख नेता और जनप्रतिनिधि जिला पंचायत पहुंचे। यहां सीईओ की गैर मौजूदगी में नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने उनके स्टेनो से चर्चा की। शिकायतें आने पर नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार भी लगाई। अचानक नेताओं के पहुंचने और गर्म रुख से जिला पंचायत परिसर और कलेक्ट्रेट में माहौल गर्मा गया था। बाद में सभी नेताओं ने कलेक्टर कक्ष में जाकर उनसे चर्चा की। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी, विधायक सुजीत चौधरी, नीलेश उइके समेत अन्य नेता उपस्थित थे। 
फिर कलेक्टर कक्ष में बनी 50 की सूची
जिला पंचायत में गर्मागरमी के बाद कलेक्टर कक्ष में नेताओं व कार्यकर्ताओं ने ट्रांसफर को लेकर शिकायतें बताईं। बाद में परासिया, चौरई और पांढुर्ना क्षेत्र के पंचायत सचिवों, ग्राम विस्तार अधिकारियों और सहायक सचिवों समेत लगभग 50 नाम कलेक्टर के सामने रखे गए। कहा जा रहा है कि अब इस आधार पर नई सूची तैयार हो रही है। 
कर्मचारियों को निलंबन करने तक पहुंची बात
सीईओ के दफ्तर में गर्मागरमी के दौरान स्टेनो व एक अन्य क्लर्क को निलंबित करने तक बात पहुंच गई। बताया जा रहा है कि शिकायतों से नाराज नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने दोनों को निलंबित करने की बात कलेक्टर से कही। यह भी कहा जा रहा है कि निलंबन के लेटर भी तैयार हो गए। हालांकि  निलंबन के आदेश जारी नहीं हुए।
अंदर की बात... अंबाड़ा से शुरू हुई ट्रांसफर की चर्चा
रानीकोठी में गुरुवार को हुई बैठक में तमाम चर्चाओं के साथ ही अंबाड़ा के कांग्रेस नेताओं ने सचिवों के ट्रांसफर में मनमानी की बात उठाई। भाजपानी में पदस्थ रहे सचिव का स्थानांतरण अंबाड़ा कर दिया गया। जिससे कांग्रेसी नाराज थे। वहीं घोघरी रैय्यत में पदस्थ सचिव को कांग्रेसियों की शिकायतों के आधार पर पांढुर्ना स्थानांतरित किया गया। बाद में संशोधित सूची में उसे दीघावानी भेज दिया गया। इसी कड़ी में पांढुर्ना और चौरई क्षेत्र के कांग्रेसियों ने भी ट्रांसफर को लेकर अपना दर्द बयां कर दिया। सूत्रों के मुताबिक कार्यकर्ताओं की भड़ास पर वरिष्ठों ने तुरंत सीईओ को फोन लगाया। फोन नहीं उठा तो वे शाम करीब साढ़े चार बजे जिला पंचायत पहुंचे। 
इनका कहना...
विवाद जैसी कोई स्थिति नहीं बनी, कार्यकर्ताओं की समस्याओं पर अधिकारियों से चर्चा हुई। जो बातें कहीं जा रही वह पूरी तरह से निराधार हैं।
- गंगाप्रसाद तिवारी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष
मैं छिंदवाड़ा से बाहर हूं, जिला पंचायत में क्या हुआ, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। पता करता हूं।
- डॉ वरदमूर्ति मिश्रा, सीईओ, जिला पंचायत 

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