समुद्र में तैरते होटल पर रोक के लिए कांग्रेस ने नौसेना का किया अभिवादन

समुद्र में तैरते होटल पर रोक के लिए कांग्रेस ने नौसेना का किया अभिवादन

Tejinder Singh
Update: 2018-01-15 14:30 GMT
समुद्र में तैरते होटल पर रोक के लिए कांग्रेस ने नौसेना का किया अभिवादन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नौसेना को पत्र लिखकर मुंबई की सुरक्षा के लिए कठोर भूमिका अपनाने पर अभिवादन किया है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत ने नौसेना के वाईस एडमिरल गिरीश लूथरा के नाम लिखे पत्र में कहा कि नौसेना ने समुद्र में तैरते होटल के लिए मंजूरी न देकर साहसिक कार्य किया है। सावंत ने अपने पत्र में कहा है कि 26-11 के आतंकी हमले के बाद समुद्री रास्ते से मुंबई पर खतरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि  उद्योगपति व कारपोरेट घराने अपने निजी लाभ के लिए अपनी जिम्मेदारी भूल रहे हैं। विकास के नाम पर सरकार पर दबाव बना राष्ट्रीय सुरक्षा के नियमों को ठेगा दिखाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि नौसेना को किसी के भी दबाव में नहीं आना चाहिए। गौरतलब है कि नौसेना की आपत्ति के चलते बांबे हाईकोर्ट ने समुद्र में रेस्टोरेंट शुरु करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। इस पर पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने नौसेना के वाईस एडमिरल श्री लूथरा की मौजूदगी में नौसेना को खूब खरी-खोटी सुनाई थी।

गडकरी के बयान को बताया था आपत्तिजनक
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा था कि उन्होंने भारतीय नौसेना का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा था कि क्रूज टर्मिनस के भूमिपूजन के दौरान गडकरी ने नौसेना पर नाराज होते हुए कहा था कि उनको दक्षिण मुंबई में एक इंच जमीन नहीं देंगे। वे जाकर पाकिस्तान सीमा पर लड़ें, यहां मुंबई में उनका क्या काम। कांग्रेस नेता ने कहा कि आखिर केंद्रीय मंत्री गडकरी को समुद्र में तैरने वाले होटलों में इतनी रुचि क्यों है। उन्होंने कहा कि 26-11 मुंबई हमले के बाद सुरक्षा को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि इसके पहले भी मुंबई में हेलिपैड बनाने को लेकर नौसेना ने आपत्ति जताई थी।

ये है मामला
आपको बता दें नरीमन प्वाइंट पर समुद्र में तैरते होटल के लिए नौसेना द्वारा आपत्ति जताए जाने पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का गुस्सा फूट पड़ा था। गडकरी ने कहा था कि नौसेना की आपत्ति की वजह से बाम्बे हाईकोर्ट ने समुद्र में तैरते होटल तक जाने के लिए जेटी बनाने पर रोक लगा दी। गडकरी ने कहा कि पूरे मालाबार हिल परिसर में नौसेना नहीं है। उस जगह से नौसेना का कोई लेना देना नहीं है। लेकिन इनको काम में रोड़ा अटकाने की आदत है। गुरुवार को क्रुज टर्मिनस इमारत के भूमिपूजन के मौके पर गडकरी ने कहा था कि मुंबई पोर्ट ट्रस्ट मेरे पास प्रस्ताव लेकर आए। मैं इसको मंजूरी दूंगा। हम सरकार हैं। नौसेना और रक्षा मंत्रालय सरकार नहीं है।

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