जूते पहनकर खाना परोसने के विवाद पर बारात हुई वापस, पुलिस ने समझौता कराकर पड़वाए फेरे 

जूते पहनकर खाना परोसने के विवाद पर बारात हुई वापस, पुलिस ने समझौता कराकर पड़वाए फेरे 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-20 08:12 GMT
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। ग्रामों में परम्पराओं की जड़ें इतनी गहरी हैं कि यदि उनका ठीक तरह से निर्वाह न किया जाए तो संबंध तक टूट जाते हैं। ऐंसा ही मामला यहां पिछली रात देखने में आया। पाटन थाना क्षेत्र के सिखोद गांव में शहपुरा से पहुंची एक बारात के दौरान पंगत में बैठकर खाना खा रहे वर पक्ष के कुछ बुजुर्गों ने जूते पहनकर खाना परोस रहे युवकों का विरोध किया। मामूली कहासुनी ने देखते ही देखते उग्र रूप ले लिया और वधू पक्ष के कुछ युवकों ने बुजुर्गों से गाली-गलौज करने के बाद धक्का-मुक्की कर दी। दोनों पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि अपने रिश्तेदारों से हुई अभद्रता के कारण दूल्हे ने फेरे छोड़ दिए और बैंड-बाजा के साथ पूरी बारात थाने ले गया।इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल निर्मित हो गया था, लेकिन इसी बीच थाना प्रभारी शिवराज सिंह ने मोर्चा संभालते हुए वर और वधू पक्ष के बुजुर्गों को समझाइश दी और फिर पुलिस ने दोबारा थाने से बारात निकलवाकर मंडप तक पहुंचाई। टीआई सिंह और उनका स्टाफ रातभर वैवाहिक कार्यक्रम में मौजूद रहा और सुबह दुल्हन की विदाई के बाद वापस थाने लौटा। 

दो घंटे की बातचीत के बाद सुलझा विवाद 
टीआई शिवराज सिंह के अनुसार गांवों में परम्परागत तरीक से शादियाँ होती हैं, जिनमें पंगत में बैठाकर वर पक्ष के लोगों को खाना खिलाया जाता है, लेकिन दुल्हन पक्ष के कुछ युवक जूते पहनकर खाना परोस रहे थे। इस बात को लेकर बुजुर्गों ने खाना खाने से मना कर दिया था। वधू पक्ष की महिलाओं और बुजुर्गों ने अपनी गलती भी मानी थी, लेकिन बातचीत के दौरान मामला बिगड़ गया और धक्का-मुक्की होने से दूल्हा भड़क उठा और बारात लेकर थाने पहुँच गया था। टीआई सिंह के अनुसार थाने में करीब दो घंटे की बातचीत के बाद उन्होंने दोनों पक्षों से अलग-अलग बातचीत करके सुलह कराई और दुल्हन की विदाई होने तक वैवाहिक कार्यक्रम में मौजूद रहे। 
 

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