कोरोना दहशत: मास्क न मिलने से नाराज अस्पतालकर्मियों ने किया काम बंद

कोरोना दहशत: मास्क न मिलने से नाराज अस्पतालकर्मियों ने किया काम बंद

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-04 16:32 GMT
कोरोना दहशत: मास्क न मिलने से नाराज अस्पतालकर्मियों ने किया काम बंद


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस संक्रमित युवक की मौत के बाद पूरे जिले में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस सबके बीच अस्पताल कर्मचारियों ने शनिवार सुबह वायरस से सुरक्षा इंतजाम के अभाव में काम करने से इनकार कर दिया। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले अस्पतालकर्मियों ने एक घंटे काम बंद रखा। इनमें स्टाफ नर्स से लेकर अन्य सभी कर्मचारी शामिल थे। कर्मचारियों में इस बात की नाराजगी थी कि वायरस से बचने उन्हें एन-95 मास्क और ग्लब्स नहीं दिए जा रहे है। हालांकि प्रबंधन की समझाइश के बाद मामला शांत हो गया, और कर्मचारी अपने काम पर लौट गए।
मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ अध्यक्ष धीरज सारवान ने बताया कि जिला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के साथ तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो सीधे मरीजों के संपर्क में रहते है। उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं दिए जा रहे है। जिले में कोरोना से मौत के बाद कर्मचारियों में कोरोना के संक्रमण को लेकर भय की स्थिति बनी हुई है। इस वजह से कर्मचारियों ने एन-95 मास्क और ग्लब्स की मांग करते हुए अस्पताल में काम बंद किया था। कर्मचारियों का कहना है कि संक्रमण से न सिर्फ उनको बल्कि उनके परिवार के साथ आसपास के लोगों को भी खतरा है। संघ पदाधिकारियों ने सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी गोगिया से चर्चा की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी कर्मचारियों को वायरस से बचाने के लिए आवश्यक सामग्री की व्यवस्था बनाई जाएगी।
क्या कहते हैं अधिकारी-
कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत की सूचना के बाद स्टाफ घबरा गया था। समझाइश के बाद सभी कर्मचारी अपने काम पर लौट गए थे। एन-95 मास्क और पीपीई किट आईसोलेशन वार्ड में ड्यूटी करने वाले चिकित्सक व स्टाफ के लिए जरुरी है। अन्य कर्मचारियों को पीपीई किट उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। मरीज से सीधे संपर्क में आने वाले स्टाफ को मास्क उपलब्ध कराया जाएगा।
- डॉ.श्रीमती पी गोगिया, सिविल सर्जन

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