कोरोना का असर -  महादेव मेला कैंसिल, आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के बाद मिलेगी महाराष्ट्र से एंट्री

कोरोना का असर -  महादेव मेला कैंसिल, आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के बाद मिलेगी महाराष्ट्र से एंट्री

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-24 13:14 GMT
कोरोना का असर -  महादेव मेला कैंसिल, आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के बाद मिलेगी महाराष्ट्र से एंट्री

जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में हुआ निर्णय, आयोजन के पहले लेनी होगी प्रशासनिक अनुमति 
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को जिले में आयोजित होने वाला महादेव मेला निरस्त कर दिया गया है, वहीं  महाराष्ट्र के रास्ते जिले में प्रवेश करने वाले लोगों को आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। मंगलवार को हुई जिला आपदा प्रबंध समिति की बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों और सदस्यों की मौजदूगी में ये निर्णय लिया गया।
जिला पंचायत सभागृह में हुई बैठक में तय हुआ कि जुन्नारदेव में आयोजित होने वाले महादेव मेले में 80 प्रतिशत श्रद्धालू महाराष्ट्र से आते हैं। जिनकी वजह से जिले में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।  जिले में संक्रमण न फैले इसको ध्यान में रखते हुए इस वर्ष मेले का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा महाराष्ट्र से जुड़े जिले के हर सीमा क्षेत्र में चेकपोस्ट बनाए जाने का फैसला किया गया। जिसमें तापमान की जांच करने के साथ ही महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को आरटीपीसीआर की टेस्ट रिपोर्ट लाना जरुरी होगा। निगेटिव रिपोर्ट देखने के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाएगा। बैठक में पूर्व विधायक चौ. चंद्रभानसिंह, पं. रमेश दुबे, नाना मोहोड़, कांता ठाकुर, कांता सदारंग  सहित कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन और एसपी विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।
ये भी तय हुआ बैठक में
- शादी विवाह का आयोजन प्रशासन की अनुमति के बाद ही किया जा सकेगा।
- सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रमों को आयोजित करने के पहले प्रशासन की अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
- वर्तमान में स्कूल व छात्रावासों का संचालन कोविड गाइडलाइन के मुुताबिक ही किया जा सकेगा।
- कंटेनमेंट एरिया में पूरी तरह से सख्ती बरती जाएगी। ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों से अन्य लोग भी संक्रमित न हो सके।
- सभी नागरिकों को मास्क लगाना व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। उल्लंघन करने पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
फिर से होगी बैठक
शिवरात्रि के दौरान जिले में आयोजित होने वाले छोटे-बड़े मेले, भंडारण और अन्य योजनाओं को लेकर मार्च के प्रथम सप्ताह में फिर से बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें शिवरात्रि के दौरान होने वाले आयोजनों की रूपरेखा तय होगी। जिला आपदा प्रबंध समिति की बैठक में नए सिरे से निर्णय लिया जाएगा।
 

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