कैश कलेक्शन करने वालों को बनाते थे शिकार, लुटेरे गिरोह का पर्दाफाश
कैश कलेक्शन करने वालों को बनाते थे शिकार, लुटेरे गिरोह का पर्दाफाश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भिवंडी क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो भिवंडी और कोल्हापुर के इचलकरंजी शहर में नकदी जमा करने वाले लोगों की रेकी कर उनसे लूटपाट करता था। मामले में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने अब तक लूटपाट की 11 वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। ठाणे अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे ने बताया कि गिरोह 2014 से सक्रिय था। इसमें कुल आठ आरोपी शामिल थे लेकिन अब एक की मौत हो चुकी है।
आरोपी मनी ट्रांसफर ऑफिस, वाइन श़ॉप, लूम मालिकों के वेतन कैश, दुकानों से नकदी जामा करने वाले लोगों को निशाना बनाते थे। गिरोह के जुड़े लोग नकदी लाने ले जाने वालों पर नजर रखते थे फिर मोटर साइकल से पीछा कर उन पर हमला कर नकदी लेकर फरार हो जाते थे। भिवंडी में इस तरह की बढ़ रही वारदातों के बाद सीनियर इंस्पेक्टर शीतल राऊत ने इसकी छानबीन शुरू की थी और सीसीटीवी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर विजय नायर नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद नायर ने गिरोह से जुड़े छह और आरोपियों के बारे में जानकारी दी जिन्हें भिवंडी और कोल्हापुर इलाकों से गिरफ्तार कर लिया गया।
रेकी के बाद करते थे हमला
पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले उस शख्स की पहचान करते थे जो कैश कलेक्शन करते थे। इसके बाद कुछ दिनों तक यह पता लगाया जाता था कि वह व्यक्ति किन इलाकों से गुजरता है और कहां उसे आसानी से शिकार बनाया जा सकता है। इसके बाद पैदल या मोटर साइकल पर शिकार का पीछा किया जाता था। अगर शिकार पैदल हो तो उसे चाकू की नोक पर धमकाकर लूटपाट की जाती थी और मोटरसाइकल पर सवार हो तो पीछे से लकड़ी से हमला कर गिराने के बाद पैसों से भरा बैंग छीना जाता था। आरोपियों ने अब तक सात लाख 40 हजार रुपए लूटने की बात स्वीकार की है जिसमें से एक लाख 25 हजार रुपए बरामद कर लिए गए हैं।