जीसीएफ के बंगलों में अपराधियों का डेरा, पुलिस ने सुरक्षा विभाग को  जांच के लिए कहा

जीसीएफ के बंगलों में अपराधियों का डेरा, पुलिस ने सुरक्षा विभाग को  जांच के लिए कहा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-18 08:02 GMT
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। जीसीएफ इस्टेट के बंगलों के सर्वेंट क्वॉर्टरों में इन दिनों अवैध रूप से रह रहे लोगों द्वारा लूट, चोरी एवं चाकूबाजी किए जाने की घटनाएं सामने आने पर घमापुर पुलिस ने अब जीएम एवं सुरक्षा विभाग को एक पत्र लिखकर, ऐसे लोगों की जांच करने को कहा है। यह पहला मौका नहीं है जब सर्वेंट क्वॉर्टरों में अनधिकृत रूप से अपराधियों को शरण दी गई है। इससे पहले भी कई चोरियों एवं लूट के आरोपी इन्हीं आवासों से पकड़े जा चुके हैं। इस मामले में पता चला है कि बँगलों में रहने वाले अधिकारी अपने सर्वेंट क्वॉर्टरों में उन लोगों के परिवारों को मुफ्त में रहने के लिए दे देते हैं जिनकी महिलाएँ उनके घरों में मुफ्त में काम करती हैं। महिलाओं के साथ उनका परिवार भी रहता है और उनमें से ही अनेक लोग आदतन अपराधी होते हैं। घरों में काम करने वाली महिलाओं के पुत्र व पति ही आपराधिक वारादातों को अंजाम देते हैं। इन लोगों की कभी जाँच नहीं कराई जाती है कि इन लोगों के आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं हैं। इसके अलावा इनकी गतिविधियों पर भी नजर नहीं रखी जाती है।

ट्रैकिक व्यवस्था 

जीसीएफ में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक की है यहां पर मार्ग के दोनों ओर सड़क के किनारे ठेले वालों को अतिक्रमण का लाइसेंस दे दिया गया है। इसके लिए बाकायदा निर्माणी प्रशासन पैसे वसूल करता है। इसके कारण सड़कों पर लोग वाहन खड़े करते हैं और तिविधियों पर भी नजर नहीं रखी जाती है उससे मार्ग में जाम लग जाता है। 

सहयोग भी मांगा 

पुलिस द्वारा अवैध रूप से रह रहे लोगों की तस्दीक करने तथा ऐसे लोगों पर इस्टेट एरिया के सुरक्षा विभाग को नजर रखनी चाहिए। इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में भी उनको सहयोग करना चाहिए क्योंकि उनके ही कारण अव्यवस्था की स्थिति निर्मित हो रही है। दिलीप श्रीवास्तव, टीआई घमापुर

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