नागपुर में शीघ्र शुरू होने जा रहा है साइबर पुलिस थाना

नागपुर में शीघ्र शुरू होने जा रहा है साइबर पुलिस थाना

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-22 08:03 GMT
नागपुर में शीघ्र शुरू होने जा रहा है साइबर पुलिस थाना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस पर लगाम कसने शीघ्र ही साइबर पुलिस थाना शुरू किया जाएगा। अमरावती में साइबर अपराध के मामले को सुलझाने के लिए वहां पर साइबर पुलिस थाना शुरू हो चुका है। नागपुर में साइबर पुलिस थाना शुरू नहीं हो पाने पर यहां साइबर पुलिस सेल शुरू किया गया है। साइबर पुलिस सेल 50 लाख के ऊपर जुड़े प्रकरण की जांच करने में स्थानीय थानों की पुलिस की मदद करता है। साइबर पुलिस सेल के अधिकारी- कर्मचारी आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त स्तर के अधिकारी के आदेश पर कार्य करते हैं।

स्थानीय थानों की पुलिस के पास काम का बोझ होने के कारण वह साइबर अपराध के छोटे मामले पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाती है। नागपुर में साइबर अपराध से जुड़े कई बड़े मामले उजागर हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, करीब दो वर्ष पहले राज्यभर में 45 साइबर पुलिस थाना खोलने की घाेषणा की गई थी। नागपुर के सिविल लाइंस स्थित प्रशासकीय इमारत क्रमांक-1 की चौथी मंजिल पर साइबर पुलिस सेल शुरू है। यह सेल थानों में दाखिल मामलों की जांच करने में मदद करता है। अमरावती के साइबर पुलिस थाना में एक पुलिस निरीक्षक, एक एपीआई, दो पीएसआई और 15 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं।

ये महत्वपूर्ण बातें 
सूत्रों के अनुसार, साइबर पुलिस थाना खोलने के लिए उसका दायरा कितना होगा, उसके लिए अदालत कौन सी होगी, इसके लिए पुलिस स्टॉफ कितना लगेगा आदि बातें जरूरी हैं। नागपुर में साइबर पुलिस थाना नहीं खुल पाने पर डॉ. के. व्यंकटेशम ने साइबर पुलिस सेल शुरू करने के बाद एन कॉप्स सेंटर में साइबर अपराध के बारे में थानों के पुलिस कर्मियों के लिए विशेषज्ञों से प्रशिक्षण दिलवाया था, जो थानों में उनके काम आ रहा है। साइबर पुलिस थाना खुलने पर इन्हें वहां पर भेजा जा सकता है। 

कई लोग करते हैं बचने की कोशिश
सूत्रों के अनुसार, उपराजधानी में हर साल 300 से अधिक आर्थिक अपराध के मामले दर्ज होते हैं। इसके अलावा कई ऐसे मामले होते हैं, जिसकी शिकायत थानों तक पहुंच ही नहीं पाती है। उसके पीछे लोगों की मानसिकता यह है कि कौन पुलिस के झमेले में पड़े। शहर के नागरिकों के साथ ही अब जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का भी मानना है कि नागपुर में साइबर पुलिस थाना जल्द बन जाना चाहिए। पिछले दिनों उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान नागपुर में साइबर पुलिस थाना जल्द बनाए जाने की घोषणा की थी। नागपुर में साइबर पुलिस थाना खुलने पर काफी पहले विचार हुआ था। उस समय कोराडी, हिंगना और मध्य नागपुर में साइबर पुलिस थाना खोलने के प्रस्ताव पर विचार हो रहा था। 

प्रस्ताव है, हमारे पास साइबर ट्रेंड लोग हैं
नागपुर में साइबर पुलिस थाना बनाया जाना समय के अनुसार जरूरी हो गया है। इसका प्रस्ताव तो है। पुलिस विभाग के पास साइबर ट्रेंड किए हुए लोग हैं, जो साइबर पुलिस सेल में रहकर कार्य कर रहे हैं। यह लोग साइबर पुलिस थाना बन जाने पर उसमें काम करेंगे। 
- डा. भूषणकुमार उपाध्याय, पुलिस आयुक्त, नागपुर शहर 

ये मामले आते हैं साइबर अपराध में

सूत्रों के अनुसार, देश में खोले गए साइबर पुलिस थाना की देख-रेख एसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। इस अपराध के अंतर्गत ट्रोजन हमला, वायरस और कृमि का हमला, जालसाजी, आईपीआर उल्लंघन, साइबर आतंकवाद, बैंकिंग-क्रेडिट कार्ड संबंधित अपराध, ई-कॉमर्स/ निवेश धोखाधड़ी, साइबर स्टैकिंग, डेटा चोरी, स्रोत कोड चोरी, कंप्यूटर स्रोत दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़, सोशल मीडिया का दुरुपयोग आदि मामले आते हैं। स्मार्ट फोन के माध्यम से जटिल साइबर अपराध के अंतर्गत अश्लील तस्वीरें भेजना, गोपनीयता और अन्य कंप्यूटर संबंधी अपराधों काे साइबर अपराध में गिना जाता है। ई-मेल से संबंधित अपराध के अंतर्गत ई-मेल स्पैमिंग, ई-मेल बमबारी, ईमेल भेजने की धमकी देने वाले व अन्य मामले भी साइबर अपराध में शामिल हैं।

शुरू होने की उम्मीद बढ़ी
सूत्रों ने बताया कि राज्यभर में 45 साइबर पुलिस थानों के खोलने की घोषणा हुई थी, जिसमें नागपुर के कोराडी, हिंगना और नागपुर के मध्य क्षेत्र में तीन साइबर थाने प्रस्तावित थे। यह थाने अगस्त 2017 में खोले जाने वाले थे, लेकिन साइबर पुलिस थाने के लिए मैन पावर नहीं मिल पाने के कारण नागपुर में साइबर पुलिस थाना शुरू नहीं किया जा सका। तब से नागपुर में साइबर पुलिस थाना सिर्फ प्रस्तावित ही होकर रह गया है। अब इसे पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय की पहल पर जल्द गति मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। नागपुर में साइबर पुलिस थाना पुलिस निरीक्षक स्तर का अधिकारी संभालने वाला है।

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