भतीजे की गिरफ्तारी के बाद अपने ही गुर्गों से नाराज है दाऊद

भतीजे की गिरफ्तारी के बाद अपने ही गुर्गों से नाराज है दाऊद

Tejinder Singh
Update: 2019-07-28 09:11 GMT
भतीजे की गिरफ्तारी के बाद अपने ही गुर्गों से नाराज है दाऊद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जबरन वसूली के मामले में भतीजे रिजवान की गिरफ्तारी के बाद माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम अपने गुर्गे फहीम मचमच से नाराज है। डी कंपनी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक दाऊद नही चाहता था कि परिवार की अगली पीढ़ी सीधे किसी आपराधिक मामले में शामिल हो जिससे जांच एजेंसियां उन पर शिकंजा कसे लेकिन फहीम मचमच ने रिजवान के कहने पर व्यापारियों को धमकाकर दाऊद के इरादों पर पानी फेर दिया। इससे दाऊद ने न सिर्फ मचमच बल्कि बेहद करीबी छोटा शकील से भी नाराज है। दाऊद को उम्मीद थी कि रिजवान आपराधिक वारदातों में सीधे शामिल हुए बिना मुंबई में परिवार का रुतबा बरकरार रख सकता है लेकिन अब गिरफ्तारी के बाद उस पर जांच एजेंसियों की हमेशा नजर रहेगी। दाऊद की बहन हसीना पारकर जब तक जिंदा थी गिरोह पर उसकी पकड़ थी। उसकी मौत के बाद इकबाल कासकर ने मुंबई में डी कंपनी का काम देखना शुरू किया। लेकिन उसे भी ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार कर लिया। वहीं जांच में खुलासा हुआ है कि रिजवान अपने पिता इकबाल कासकर की 2017 में गिरफ्तारी के बाद से ही जबरन वसूली के काम मे सक्रिय हो गया था। अब तक पुलिस को मुंबई के चार और गुजरात के दो व्यापारियों की जानकारी मिली है जिन्हें रिजवान ने धमकाकर वसूली की है। एक व्यापारी ने पुलिस को बताया कि रिजवान ने उससे 85 लाख रुपए वसूले हैं जबकि एक और व्यापारी ने 25 लाख से ज्यादा की वसूली की जानकारी पुलिस को दी है इनमे से कुछ व्यापारी आरोपियों के खिलाफ गवाही भी दे सकते हैं। 

लूटपाट और हत्या का आरोपी गिरफ्तार

उधर ठाणे के मुंब्रा इलाके में हुई हत्या और लूटपाट की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपी को नई मुंबई के तलोजा से गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किया गया आरोपी चोरी के इरादे से दुकान में गया था लेकिन उसने दुकान में सोए हुए व्यक्ति को देखकर उसकी हत्या कर दी और दुकान में रखा पैसा लेकर फरार हो गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहम्मद उस्मान गनी अब्दुल समर शेख (20) है। पुलिस को सीसीटीवी से गिरफ्तार आरोपी के बारे में जानकारी मिली। दरअसल, मुंब्रा पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज होने के बाद मामले की समांतर जांच अपराध शाखा द्वारा की जा रही थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच की तब एक संदेहास्पद तरीके से घूमता हुआ युवक दिखाई दिया। जिसके बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी युवक तलोजा इलाके में छिपा हुआ है। पुलिस ने एक के बाद एक अलग अलग इलाकों की छानबीन की तो छिपे हुए आरोपी को ढूंढ लिया गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेकर जब आरोपी से पूछताछ की गई तब उसने स्वीकार किया कि गिरिजेश बनारसी गौतम उर्फ नीरव (35) की हत्या उसने ही की है। जांच में पता चला है कि आरोपी जब दुकान में चोरी करने के लिए गया तब उसने गौतम को वहां सोते हुए पाया। इसके बाद आरोपी ने दुकान में रखा हथौड़ा उठाकर गौतम के सिर पर वार किया जिसमें उसकी मौत हो गई। उसकी मौत होने के बाद आरोपी दुकान की टेबल में बने ड्रावर से डेढ़ लाख रुपए लेकर फरार हो गया। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर उसे आगे की कार्रवाई के लिए मुंब्रा पुलिस को सौंप दिया है। 
 

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